व्हाइट टाइगर सफारी में अब तक इतने जानवरों की होचुकी है मौत

सतना। मुकुंदपुर व्हाइटचुकी टाइगर सफारी टायगरों की कब्रगाह बनता जा रहा है में नए साल की पहली सुबह एक येलो टाइगर की मौत हो गई 1 हफ्ते में दूसरे टाइगर की मौत, पिछले हफ्ते व्हाईट टाइगर की हुई थी मौत, टाइगरों की कब्रगाह बन रहा मुकुन्दपुर पार्क, 2 टाइगरों की तबियत खराब होने की खबर, दोनों टाइगरों ने खाना छोडा। अब तक आधा दर्जन से ज्यादा टाइगरों की हो चुकी है मौत।

मुकुंदपुर चिड़ियाघर में एक-एक कर हो रही बाघों की मौत के बाद प्रबंधक बता पाने में नाकाम हो रहा है कि आखिर क्या वजह है कि लगातार चिड़ियाघर में बाघों की मौत हो रही है 24 दिसंबर को व्हाइट टाइगर गोपी की मौत के महज एक सप्ताह बाद ही यलो टाइगर नकुल की मौत हो। हालांकि अब अधिकारी नकुल की हुई मौत के कारणों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने में लगे हुए हैं लिहाजा सीसीएफ डीएफओ एवं संचालक व्हाइट टाइगर सफारी जानकारी देने में असमर्थ है ।
मुकुंदपुर चिड़ियाघर के 5 बाघ बीमार बताए जा रहे हैं जिनमें से दो की हालत अत्यंत नाजुक बनी हुई है हालांकि जू प्रबंधक बीमारी की बात को पूरी तरह से छिपाने में लगा हुआ है मुख्य वन संरक्षक वन मंडला अधिकारी एवं व्हाइट टाइगर सफारी के संचालक बीमारी से हो रही मौत की जानकारी नहीं दे पा रहा है।

मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी में साल भर में पांच बाघों की मौतें से बाघो की रख रखाव की पोल खोलकर रख दी है। बाघों की मौत के मामले में मध्य प्रदेश फिर देश में पहले स्थान पर आ गया है ।
मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी मे साल भर मे पांच बाघों की हुई मौत
22 अप्रैल को औरंगाबाद से लाई गई बाघिन दुर्गा की मौत हुई।
16 मई को बांधवगढ़ से आए बाघ की मौत हुई।
19 जून की मादा लायन देविका की मौत।
23 दिसंबर को सफेद बाघ गोपी की मौत हो चुकी है।
31 दिसंबर को नकुल की भी मौत हो गई है।
सफेद बाघिन सोनम की हालत भी ठीक नहीं है।
सफेद बाघिन विंध्या भी कमजोर हो गई है।
रेस्क्यू कर लाए गए तीन तेंदुओं की भी हो चुकी है मौत।
5 शावकों की भी हो चुकी है मौत।

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