मानसिक रोगी महिला एवं उसके दो बच्चों को मिला सामाजिक कार्यकर्ताओं का साथ

चमोली | हिंदुस्तान का अंतिम नगर पालिका जोशीमठ जहां पर नगर पालिका द्वारा बनाया गया एक भवन के नीचे खुले में रहने के लिए मजबूर थी, एक मानसिक रोगी महिला और उसके दो छोटी-छोटी बच्चियां. हमने कुछ दिन पहले इस खबर को प्रमुखता से उठाया, जिसके बाद कुछ समाजसेवी लोगों द्वारा इस महिला का एवं इसके बच्चों का जिम्मा उठाने के लिए तैयार हो गए, आपको बता दें, महिला कई सालों से नगर पालिका द्वारा बनाया गया भवन के बीच में गली मैं रहने के लिए मजबूर थी, और यह महिला अपने बच्चों को सड़ा गला भोजन खिलाती थी, और साथ में इन बच्चों का भविष्य भी खराब हो रहा था, बता दें कि महिला के बच्चे कई महीनों से कई सालों से नहाए धोए तक नहीं थे, और उनका स्वास्थ्य भी अब धीरे-धीरे खराब होता नजर आ रहा था |

इस खबर को देखने के बाद कुछ समाज सेवक लोगों ने आज इस महिला के एवं इसके बच्चे को पहले स्नान कराने की व्यवस्था कराई, फिर बच्चों को एवं बच्चों की मां को गर्म वस्त्र पहनाए गए, फिर उसके बाद इनको ताजा भोजन खिलाया गया, बताते चलें कि जोशीमठ में महिलाओं का एक ब्यूटी पार्लर मैं इन दोनों बच्चों को ले जाया गया, ब्यूटी पार्लर की मालकिन का आज जन्मदिन था, इस मौके पर ब्यूटी पार्लर की मालकिन ने इन दो छोटी बच्चियों के निशुल्क में इनको सजने सवारने का काम किया है |

सामाजिक कार्यकर्ता ओमप्रकाश डोभाल ने बताया कि मैं नगरपालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पवार से इनके रहने के लिए एक कमरा एवं रजाई गद्दा और चारपाई की व्यवस्था करने के लिए बात करूंगा, वही डोभाल ने बताया कि अगर सरकार मुझे इन दोनों बच्चों को गोद लेने की बात सरकार अगर इसकी इजाजत देती है तो मैं तैयार हूं, और मैं वादा करता हूं कि मैं अपनी प्रॉपर्टी में से आधा हिस्सा इन दोनों बच्चों के नाम करने के लिए तैयार हूं, अब देखने वाली बात यह रहेगी क्या मानसिक रोग से बीमार महिला एवं उनके बच्चों का भविष्य ठीक हो पाएगा, यह अभी भी प्रश्न बना हुआ है, क्या इनका भविष्य सुधर पायेगा अभी भी सोचने वाला विषय है |

रिपोर्ट- नवीन भंडारी

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