जाति प्रमाण पत्र न बनने से नाराज युवक ने तहसील को मारा थप्पड़ सुविधा शुल्क मांगने पर पर हुई घटना

गाजीपुर । जाति प्रमाणपत्र न बनने से आक्रोशित युवक ने शनिवार को सैदपुर तहसीलदार को उनके चेंबर में थप्पड़ जड़ दिया। यह देख सभी भौंचक रह गए। कर्मचारियों ने उसे पकड़कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस युवक को पकड़कर थाना ले आई। इसके पहले युवक ने अपने क्षेत्र के लेखपाल अनुराग भारद्वाज से भी अभद्रता की थी।

वहीं तहसीलदार दिनेश को थप्पड़ जड़ दिया। शनिवार की शाम तहसील दार ने लेखपाल अनुराग कुमार के माध्यम से युवक के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी।बहेरी गांव निवासी युवक जितेंद्र कुमार गोंड (29) पुत्र श्यामलाल बीएड करने के बाद इलाहाबाद में रहकर नौकरी के लिए तैयारी करता है। बीते आठ दिसंबर को उसने अनुसूचित जनजाति के जाति प्रमाणपत्र के लिए आनलाइन आवेदन किया था। इसके बाद लेखपाल को आवश्यक कागजात दिया।

शनिवार को वह जाति प्रमाणपत्र लेने तहसील के बगल में सहज जनसेवा केंद्र पर पहुंचा तो उसे पता चला कि उसका आवेदन निरस्त हो गया है। क्षेत्रीय लेखपाल अनुराग भारद्वाज के पास पहुंचा और निरस्त किए जाने का कारण पूछा। लेखपाल ने तहसीलदार से बात करने को कहा। लेखपाल के मुताबिक युवक ने उनके साथ अभद्रता शुरू कर दी और कुछ देर बाद वहां से निकल गया।

युवक करीब चार बजे तहसीलदार से उनके चेंबर में मिला आवेदन निरस्त का कारण पूछने के दौरान थप्पड़ मार दिया। सैदपुर तहसीलदार ने बताया कि मन बढ़ युवक के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी गई है। मगर सवाल यह कि एक पढ़ा-लिखा युवक अधिकारी से अपने प्रश्नों का उत्तर पाके संतुष्ट नहीं हो स्का,कारण क्या था? ऐसी क्या बात हुई उसे अधिकारी को थप्पड़ मारना पड़ा?

मामला लेखपाल के यहां से शुरू हुआ और अधिकारी तक पहुंचा गया। र्कारण पता होने की वजह से थप्पड़ मारा गया हो ही नहीं सकता। मामला कुछ और भी हो सकता है। सवाल बहुत सारे वजह सिर्फ एक जाति प्रमाण पत्र निरस्त होना बना थप्पड़ का कारण।

हरिनारायण यादव व्यूरो गाजीपुर

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