दिल्ली में त्योहारी सीजन से पहले नकली देसी घी के रैकेट का भंडाफोड़: 1,625 किलो मिलावटी घी जब्त, 6 गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने त्योहारी सीजन से पहले उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शिव विहार, करावल नगर और मुस्तफाबाद में नकली देसी घी के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। दशहरा और दिवाली की बढ़ती मांग का फायदा उठाने के लिए चल रहे इस अवैध धंधे में 1,625 किलोग्राम मिलावटी घी बरामद किया गया और तीन गैरकानूनी कारखानों को ध्वस्त कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

डीसीपी विक्रम सिंह ने बताया कि क्राइम ब्रांच की सेंट्रल रेंज ने इंस्पेक्टर वीर सिंह के नेतृत्व में तीन समन्वित छापे मारे। पहली कार्रवाई शिव विहार, करावल नगर में की गई, जहां सफीक (30 वर्ष) को 520 किलो नकली घी और रसायनों के साथ गिरफ्तार किया गया। दूसरा छापा शिव विहार, फेज-7 में मारा गया, जहां यूसुफ मलिक (50 वर्ष), उनके बेटे मेलबूब (22 वर्ष), शाकिर और शाहरुख (गाजियाबाद) से 440 किलो मिलावटी घी, गैस सिलेंडर और उपकरण बरामद हुए। तीसरा छापा मुस्तफाबाद में हुआ, जहां जमालुद्दीन (40 वर्ष) से 665 किलो नकली घी जब्त किया गया।

डीसीपी ने बताया कि आरोपियों ने खुलासा किया कि वे वनस्पति घी और सस्ता रिफाइंड तेल थोक में खरीदते थे। इसमें रासायनिक पदार्थ मिलाकर गर्म करते और स्वाद, रंग व खुशबू के लिए नकली एसेंस डालते। तैयार घी को असली ब्रांडों की तरह पैक कर दुकानों, डेयरियों और सप्लायर्स को बेचा जाता था। एक टीन की लागत 1,300-1,400 रुपये थी, जिसे 3,500-4,000 रुपये में बेचकर मोटा मुनाफा कमाया जाता था। त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने पर यह धंधा चरम पर था।

गिरफ्तार आरोपियों में यूसुफ मलिक आदतन अपराधी है, जो पहले भी मिलावट के मामले में जेल जा चुका है। उसका बेटा मेहबूब उत्पादन और सप्लाई में सक्रिय था। सफीक और जमालुद्दीन ने दोस्तों से मिलावट की तकनीक सीखी थी, जबकि शाकिर और शाहरुख गाजियाबाद में डेयरियों को नकली घी बेचने का काम करते थे।

पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धारक और खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम, 2006 की धारा 3(1)(ZZ)/59 के तहत एफआईआर दर्ज की है। डीसीपी क्राइम ब्रांच विक्रम सिंह ने बताया कि सप्लाई चेन का पता लगाने और अन्य संलिप्त लोगों की पहचान के लिए जांच जारी है।

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