दिल्ली में ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़, 6.25 करोड़ की हेरोइन जब्त, 5 तस्कर गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की एंटी-नारकोटिक्स सेल ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 3.101 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाली हेरोइन बरामद की है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 6.25 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस ऑपरेशन में पांच ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें तस्करी का सरगना अनिल उर्फ भोला भी शामिल है। यह कार्रवाई भालस्वा डेयरी पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी के तहत की गई, जिसमें एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।

एंटी-नारकोटिक्स सेल को 29 अगस्त को गुप्त सूचना मिली कि भालस्वा डेयरी के पास एक महिला ड्रग तस्करी में शामिल है। इसके आधार पर इंस्पेक्टर अशोक कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें एसआई सोहन ठाकुर, राज कुमार, हेड कांस्टेबल विनोद, आशु देव, हकीकत राय, विशुदेव और सुधीर शामिल थे। इस कार्रवाई को एसीपी दिनेश कुमार, डीसीपी हरीश्वर स्वामी और जॉइंट कमिश्नर विजय सिंह के मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया।

आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी हरीश्वर स्वामी ने बताया कि टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए भालस्वा डेयरी के कालंद्रा कॉलोनी के पास से 23 वर्षीय अफसाना को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से 300 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। इसके बाद एफसीआर दर्ज की गई और जांच शुरू हुई।

अफसाना की गहन पूछताछ के बाद पुलिस ने देर रात बुराड़ी में छापेमारी की और दो अन्य तस्करों, नरेंद्र (37 वर्ष) और उनकी पत्नी ज्योति उर्फ मंशी (35 वर्ष) को गिरफ्तार किया। नरेंद्र को बुराड़ी ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के सामने से स्कूटी सहित पकड़ा गया, जबकि ज्योति को उनके घर से गिरफ्तार किया गया। उनके घर की तलाशी में 712 ग्राम हेरोइन बरामद हुई।

जांच को आगे बढ़ाते हुए 1 सितंबर को निहाल विहार में संतोष, पत्नी मेहर सिंह उर्फ अल्लू, को गिरफ्तार किया गया, जिसके घर से 97 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। संतोष की निशानदेही पर 8 सितंबर को तिलक नगर के विष्णु गार्डन में अनिल उर्फ भोला को गिरफ्तार किया गया, जिसके कब्जे से 1.992 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई। कुल मिलाकर इस ऑपरेशन में 3.101 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई।

तस्करी का सरगना अनिल उर्फ भोला

अनिल उर्फ भोला इस तस्करी के नेटवर्क का मुख्य सरगना है, जो 20 साल से ड्रग्स की तस्करी में सक्रिय है। उसके खिलाफ पहले से 9 मामले दर्ज हैं, जिनमें एनडीपीएस एक्ट के तहत 7 और अन्य आपराधिक मामले शामिल हैं। वह 2002 में एनसीबी के एक मामले में 5 साल की सजा और 2019 में क्राइम ब्रांच के एक मामले में 3 साल की सजा काट चुका है। अनिल ने तस्करी से कमाई गई राशि से दिल्ली में चार फ्लैट, रोहतक में 300 वर्ग गज का प्लॉट, दो चार-पहिया वाहन और दो स्कूटी खरीदे थे। पुलिस ने इन संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है।

संतोष के खिलाफ भी 2017 में क्राइम ब्रांच में एनडीपीएस एक्ट के तहत एक मामला दर्ज है, साथ ही तीन अन्य मामले एक्साइज एक्ट के तहत दर्ज हैं। वह तस्करी के नेटवर्क में अहम भूमिका निभा रही थी।

अनिल उर्फ भोला पुलिस रिमांड पर है और तस्करी के नेटवर्क के अन्य सदस्यों और हेरोइन के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच जारी है। डीसीओ स्वामी ने कहा, “हमारा लक्ष्य तस्करी के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करना है। यह समाज के लिए बड़ा खतरा है, और हम इसे जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

डीसीपी हरीश्वर स्वामी ने बताया कि 2025 में आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 104 मामले दर्ज किए, जिसमें 133 तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इनमें 9 वाणिज्यिक मात्रा के मामले शामिल हैं। पुलिस ने 9.051 किलोग्राम हेरोइन, 63.781 किलोग्राम गांजा, 21.638 किलोग्राम पोस्त, 19.187 किलोग्राम डोडा पोस्त, 30 मॉर्फिन टैबलेट, 5.292 किलोग्राम एसिटिक एनहाइड्राइड, 4.980 किलोग्राम सोडियम, 1450 रुपये नकद और पन्नी पाइप जब्त किए।

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