दिल्ली-हरियाणा में गैंगस्टरों के खिलाफ मेगा ऑपरेशन: 380 पुलिसकर्मियों ने 25 ठिकानों पर बोला धावा, बुलेटप्रूफ गाड़ी, हथियार और लाखों की नगदी व ज्वैलरी जब्त, 6 गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका जिले और हरियाणा के एनसीआर क्षेत्र में गैंगस्टरों के खिलाफ एक अभूतपूर्व कार्रवाई ने अपराध जगत में हड़कंप मचा दिया है। आज तड़के 2 बजे शुरू हुए इस मेगा ऑपरेशन में द्वारका जिला पुलिस ने 25 विशेष टीमों के साथ 380 पुलिसकर्मियों को मैदान में उतारा। दिल्ली में 19 और हरियाणा में 6 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर कुख्यात गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू और विक्की तक्कर गिरोह के नेटवर्क को ध्वस्त करने की कोशिश की गई। इस कार्रवाई में 6 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 26 अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।

डीसीपी अंकित सिंह की अगुआई में हुई छापेमारी

द्वारका के डीसीपी अंकित सिंह की निगरानी में यह ऑपरेशन रात के अंधेरे में शुरू हुआ। इसका मकसद दिल्ली और आसपास के इलाकों में गैंगस्टरों की रीढ़ तोड़ना था। एसीपी (ऑपरेशन) रामअवतार के नेतृत्व में 25 टीमें बनाई गईं, जिनमें इंस्पेक्टर सुभाष चंद (एसएचओ नजफगढ़), इंस्पेक्टर बलराम (एसएचओ बीएचडी नगर), इंस्पेक्टर बहादुर सिंह (जाफरपुर), इंस्पेक्टर अनिल कुमार (द्वारका नॉर्थ), इंस्पेक्टर मुकेश कुमार (उत्तम नगर), इंस्पेक्टर कमलेश कुमार (एएटीएस), इंस्पेक्टर विश्वेंद्र (स्पेशल स्टाफ), इंस्पेक्टर सुभाष (एंटी-नारकोटिक्स सेल), इंस्पेक्टर मनीष (पीओ एंड जेल बेल सेल), इंस्पेक्टर विवेक मंडोला (एंटी-बर्गलरी सेल) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इसके अलावा, सब-इंस्पेक्टर नवीन (पीपी द्वारका सेक्टर-01), राजत (पीपी द्वारका कोर्ट), राकेश, जीतेंद्र, विनोद कुमार जैसे ऑपरेशन यूनिट के अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

छापेमारी के दौरान पुलिस ने गैंगस्टरों के ठिकानों से भारी मात्रा में अवैध सामान जब्त किया। कपिल सांगवान के एक फाइनेंसर के घर से 34.75 लाख रुपये नकद और करीब 50 लाख रुपये की सोने की ज्वैलरी बरामद की गई। हथियारों में 5 देसी पिस्तौल, 1 अत्याधुनिक पिस्तौल, कुल 8 पिस्तौल, 29 जिंदा कारतूस और 3 मैगजीन शामिल हैं। इसके अलावा, 2 अन्य पिस्तौल, 13 जिंदा कारतूस और 3 मैगजीन भी बरामद किए गए, जिनके लाइसेंस की जांच की जा रही है।

वाहनों में एक बुलेटप्रूफ फॉर्च्यूनर और एक ऑडी कार जब्त की गई। पुलिस ने 14 हाई-एंड घड़ियां, लैपटॉप, आईपैड, नकदी गिनने की मशीन और वॉकी-टॉकी सेट भी बरामद किए। कई मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए गए हैं, जिनका विश्लेषण कर पुलिस विदेशों से संचालित होने वाले गैंगस्टर नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

पुलिस ने 6 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया, जो गंभीर अपराधों में लिप्त रहे हैं। पवन उर्फ प्रिंस (18), हिमांशु उर्फ मछी (24), प्रशांत (32), राहुल दिवाकर उर्फ मनप्रीत (25), अंकित ढींगरा उर्फ नोनी (34) और परवीन उर्फ डॉक्टर (35) को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी कपिल सांगवान उर्फ नंदू और विक्की तक्कर जैसे खूंखार गिरोहों से जुड़े हैं और हत्या का प्रयास, गोलीबारी, उगाही, डकैती, कारजैकिंग और हथियार अधिनियम जैसे गंभीर अपराधों में लिप्त हैं। पुलिस ने इनके पास से दो अत्याधुनिक पिस्तौल, एक देसी कट्टा और चार जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। इसके अलावा, 14 चोरी/स्नैचिंग के मोबाइल फोन, दो स्कूटी, एक मोटरसाइकिल और एक नीली-काली नाइक बैग भी जब्त की गई है।

26 अन्य हिरासत में, जांच जारी

गिरफ्तार 6 अपराधियों के अलावा, 26 अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। इनसे पूछताछ चल रही है ताकि गैंग के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क का पता लगाया जा सके। पुलिस का कहना है कि कपिल सांगवान, जो विदेश से अपने गिरोह का संचालन कर रहा है, और विक्की तक्कर के गिरोह के खिलाफ यह कार्रवाई एक शुरुआत है। बरामद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों का विश्लेषण गैंग के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन को उजागर करने में मदद करेगा।

डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि यह ऑपरेशन दिल्ली और एनसीआर में गैंगस्टरों के बढ़ते प्रभाव को कुचलने के लिए शुरू किया गया है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य गैंगस्टरों के नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करना है। यह कार्रवाई उसी दिशा में एक कदम है। बरामद हथियारों और वाहनों की जांच के साथ-साथ पूछताछ से और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।” पुलिस ने स्पष्ट किया कि भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी ताकि अपराधियों में खौफ पैदा हो।

कपिल सांगवान उर्फ नंदू दिल्ली और हरियाणा में उगाही, गोलीबारी और अन्य संगठित अपराधों का मास्टरमाइंड माना जाता है। वह विदेश से अपने नेटवर्क को संचालित करता है, जबकि विक्की तक्कर का गिरोह भी उगाही और हिंसक अपराधों में सक्रिय है। इन गिरोहों के बीच आपसी टकराव भी कई बार हिंसक घटनाओं का कारण बनता है। पुलिस का कहना है कि इस ऑपरेशन से दोनों गिरोहों को बड़ा झटका लगा है।

पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। डीसीपी अंकित सिंह ने कहा, “हमारी प्राथमिकता दिल्ली और आसपास के इलाकों को अपराधमुक्त करना है। जनता का सहयोग इस लड़ाई में महत्वपूर्ण है।”

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More