बाराबंकी में ABVP कार्यकर्ताओं, LLB छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा; लखनऊ में उग्र प्रदर्शन, CM योगी के आदेश के बाद 7 घंटे तक जांच

राष्ट्रीय जजमेंट

लखनऊ: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं और LLB छात्रों पर सोमवार को बाराबंकी की श्रीराम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में हुए लाठीचार्ज की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड में हैं. सीएम योगी के आदेश पर इस मामले में आईजी अयोध्या रेंज प्रवीण कुमार ने सीओ हर्षित चौहान को पद से हटा दिया है. साथ ही एसएचओ कोतवाली रामकिशन राणा और चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया है.

साथ ही अब पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी आईजी अयोध्या रेंज प्रवीण कुमार को सौपी गई है. इस बीच ABVP कार्यकर्ता बाराबंकी में हुई घटना के विरोध में लखनऊ में विधानसभा का घेराव करने के लिए पहुंच गए. एबीवीपी का घेराव-प्रदर्शन रोकने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. पुलिस एबीवीपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर इको गार्डन ले गई है. वहीं सीएम योगी ने घटना के जांच के आदेश दिए थे.विधानसभा के सामने एबीवीपी छात्रों का जोरदार प्रदर्शन: बाराबंकी के रामस्वरूप विश्वविद्यालय में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के बाद मंगलवार को लखनऊ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा. बड़ी संख्या में छात्रों ने विधानसभा की तरफ कूच कर दिया. इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच विधानसभा घेराव को लेकर जमकर धक्का-मुक्की और टकराव हुआ. कार्यकर्ताओं ने लखनऊ विश्वविद्यालय और विधानसभा के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया.
कार्यकर्ताओं ने संजय प्रसाद होश में आओ, पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद, छात्र शक्ति जिंदाबाद जैसे नारे लगाए. छात्रों का आरोप है कि रामस्वरूप विश्वविद्यालय में पुलिस के बीच गुंडे घुसे थे. उन्होंने पहले मारा, जब छात्रों ने इसका विरोध किया तो उन पर लाठीचार्ज करवा दिया. जिसमें कई को गंभीर चोटें आई हैं.
लखनऊ विश्वविद्यालय से शुरू हुआ प्रदर्शन: पहले छात्रों ने लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट नंबर 3 पर पुलिस के विरोध में जमकर नारेबाजी की. इसके बाद छात्र प्रदर्शन करते हुए विधानसभा की तरफ बढ़ चले. विधानसभा का घेराव करने के लिए छात्र मुख्य सड़क पर आ गए.
विधानसभा के सामने पुलिस से हुई झड़प: पुलिस ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को विधानसभा घेराव करने से रोका. इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प होने लगा. इसी का फायदा उठाकर कुछ छात्र विधानसभा के गेट नंबर 3 पर पहुंच गए और अंदर जाने लगे. इसके बाद पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए एबीवीपी कार्यकर्ताओं को जबरदस्ती गाड़ियों में भरकर वहां से हटाया.
बाराबंकी में क्या हुआ था: बता दें कि सोमवार को एबीवीपी कार्यकर्ता और स्टूडेंट्स विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से लगातार की जा रही अवैध वसूली और लॉ कोर्स की संबद्धता बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) से न होने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे थे. प्रदर्शन को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने मौके पर पुलिस बुला ली थी.
पुलिस लाठीचार्ज में कितने हुए घायल: छात्रों को पुलिस ने काफी समझाने और शांत करने का प्रयास किया. लेकिन, छात्र नहीं माने. इस पर भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था. लाठीचार्ज में एबीवीपी के अभिषेक बाजपेई प्रांत सह मंत्री, अनुराग मिश्रा जिला संयोजक, अभय शंकर पांडे, महानगर सह संयोजक, अंकित पांडे, नवीन, अर्पित शुक्ला, आशुतोष राय, प्रत्यूष पाण्डेय, अंकुर अवस्थी, सिद्धार्थ तिवारी, विदित प्रताप सिंह, योगेश सिंह, अभय शुक्ला, पुष्पा गौतम, लक्ष्मी पांडे, वैष्णवी सिंह, आराध्या सिंह, सलाहुद्दीन, शक्ति सिंह, अमन सिंह, अंकित पांडे, विवेक मिश्रा, अमित पाठक, आकाश मिश्रा सहित करीब 25 लोग घायल हो गए थे. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

श्रीराम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी के LLB को मान्यता नहीं: एबीवीपी अवध प्रांत के प्रदेश मंत्री पुष्पेंद्र बाजपेई ने बताया कि विश्वविद्यालय में लंबे समय से छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. यहां की लॉ डिग्री की मान्यता नहीं है. ऐसे में लॉ स्टूडेंट्स के साथ धोखा किया गया है. उनका कहना था कि साल 2022 से विधि विभाग की बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) से संबद्धता नहीं है. छात्रों को झांसा देकर उनके भविष्य को अंधकार में धकेला जा रहा है.

जब छात्रों ने इस बाबत सवाल किया तो छात्र आदर्श पांडे और अभय राम त्रिपाठी को विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया गया. जब इन मुद्दों पर बात करने के लिए अभाविप का प्रतिनिधिमंडल कुलपति डॉ. विकास मिश्रा से मिलने उनके कार्यालय गया, तो उन्होंने छात्रों से संवाद करने के बजाय पुलिस बल का प्रयोग किया. कुलपति के कहने पर पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया.

राष्ट्रीय लोकदल के छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे केजीएमयू : लाठीचार्ज में घायल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को केजीएमयू में भर्ती कराया गया है. मंगलवार को राष्ट्रीय लोकदल छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष अमन पांडेय घायलों का हाल जानने के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी पहुंचे. उन्होंने घायलों का हाल जाना. पुलिस की कार्रवाई की निंदा की. उन्होंने कहा कि यह छात्रों के साथ अन्याय है. दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

राजनाथ सिंह के बेटे नीरज सिंह ने की घटना की निंदा : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे नीरज सिंह ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर बाराबंकी में हुए लाठीचार्ज के विरोध में सोशल मीडिया X पर बड़ी पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा है कि ‘बाराबंकी की घटना अत्यंत दुखद है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों को पुलिस द्वारा बर्बरता से पीटा गया जो कि निंदनीय और पीड़ादायक है. इस अमानवीय कृत्य के लिए जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. मैं हर परिस्थिति में अपने साथियों के साथ, हर स्तर पर खड़ा मिलूंगा’.

सीएम योगी तक पहुंचा मामला : लाठीचार्ज की गूंज सीएम योगी तक पहुंची तो उन्होंने पूरे मामले की जांच कमिश्नर और पुलिस महानिरीक्षक अयोध्या मंडल को सौंप दी. उन्होंने जल्द ही रिपोर्ट देने के आदेश दिए. कमिश्नर और आईजी ने मौके पर पहुंचकर तकरीबन 7 घंटे तक मामले की गहन जांच की. एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ला ने बताया कि उन्होंने अपना पक्ष रखा है. वीडियो साक्ष्य के रूप में दिए हैं. मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है.

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