दिल्ली पुलिस ने नशे के सौदागरों पर कसा शिकंजा, चार गिरफ्तार, भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की उत्तरी जिला नारकोटिक्स रोधी सेल ने नशे के अवैध कारोबार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए चार ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस ऑपरेशन में 2,133 बुप्रेनोर्फिन टैबलेट और 9,920 एविल इंजेक्शन की शीशियां बरामद की गई हैं, जो नशीले पदार्थों की श्रेणी में आते हैं। यह कार्रवाई दिल्ली में नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत की गई।

उत्तरी जिला के डीसीपी राजा बांठिया ने बताया कि नारकोटिक्स रोधी सेल की एक विशेष टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर यह ऑपरेशन शुरू किया। 31 जुलाई को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने कबीर बस्ती, मलका गंज में एक घर पर छापा मारा, जहां 42 वर्षीय कुलदीप कुमा को पकड़ा गया। उसकी तलाशी में 133 बुप्रेनोर्फिन टैबलेट और 420 एविल इंजेक्शन बरामद हुए। इस मामले में सब्जी मंडी थाने में एनडीपीएस एक्ट की धारा 22 के तहत मामला दर्ज किया गया।

कुलदीप से पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने ये नशीले पदार्थ संत नगर, बुराड़ी निवासी 33 वर्षीय रोहित गोयल से खरीदे थे। 2 अगस्त को रोहित को गिरफ्तार किया गया, जिसने बताया कि उसने ये दवाएं भलस्वा डेयरी निवासी 32 वर्षीय सतीश कुमार से हासिल की थीं। इसके बाद सतीश के घर पर छापा मारा गया, जहां से 2,000 बुप्रेनोर्फिन टैबलेट और 4,700 एविल इंजेक्शन बरामद हुए। सतीश ने पूछताछ में बताया कि उसने एविल इंजेक्शन चावड़ी बाजार निवासी 25 वर्षीय सिद्धार्थ बंसवाल से और बुप्रेनोर्फिन टैबलेट बुराड़ी निवासी वंश त्यागी से खरीदे थे।

5 अगस्त को सिद्धार्थ के सिता राम बाजार स्थित घर पर छापेमारी की गई, जहां से 4,800 एविल इंजेक्शन बरामद हुए। ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स विभाग को सूचित किया गया, जिसने बरामद दवाओं को जब्त कर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की।

पुलिस के अनुसार, बुप्रेनोर्फिन एक नशीली दवा है, जिसे नशेड़ी एविल इंजेक्शन के साथ मिलाकर नशे की लत पूरी करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। डीसीपी ने बताया कि इस ड्रग्स रैकेट के पूरे नेटवर्क को तोड़ने के लिए जांच जारी है। पुलिस का लक्ष्य इस अवैध कारोबार की जड़ तक पहुंचना है।

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