दिल्ली पुलिस ने तोड़ा अंतरराष्ट्रीय ई-सिगरेट तस्करी का रैकेट: नेपाल के दो नागरिक गिरफ्तार, 2970 चीनी ई-सिगरेट जब्त

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट स्पेशल सेल ने एक बड़े ऑपरेशन में अंतरराष्ट्रीय ई-सिगरेट तस्करी के रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में नेपाल के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया गया और 2970 चीनी निर्मित ‘एल्फबार आइस किंग’ ब्रांड की ई-सिगरेट जब्त की गईं।

सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी निधिन वाल्सन ने बताया कि एक अगस्त को गुप्त सूचना मिली थी कि तस्करी का एक प्रमुख सरगना, विश्वनाथ बरई, पहाड़गंज फ्लाईओवर के पास अजमेरी गेट पर भारी मात्रा में प्रतिबंधित ई-सिगरेट की डिलीवरी करने वाला है। इस सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर रोहित कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें सब-इंस्पेक्टर मनोज सोलंकी, रोहित रावल, एएसआई प्रताप सिंह, हेड कांस्टेबल मुनेश शर्मा, धीरज, सचिन, अमरजीत, कांस्टेबल सूरजपाल और मनीष शामिल थे। इस ऑपरेशन की निगरानी एसीपी ऑपरेशंस सुलेखा ने की।

टीम ने देशबंधु गुप्ता रोड, पहाड़गंज फ्लाईओवर, अजमेरी गेट रेड लाइट के पास जाल बिछाया। गुप्तचर की निशानदेही पर एक ई-रिक्शा को रोका गया, जिसमें दो संदिग्ध सवार थे। रिक्शा रुकते ही दोनों संदिग्ध भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन सतर्क पुलिस टीम ने उन्हें तुरंत पकड़ लिया। पूछताछ में उनकी पहचान भरवा सिटी, नेपाल निवासी 25 वर्षीय विश्वनाथ बरई और दुमकीवास, नेपाल निवासी 30 वर्षीय गंगा राम चौधरी के रूप में हुई।

ई-रिक्शा की तलाशी में 15 सफेद प्लास्टिक की बोरियों में 2970 ‘एल्फबार आइस किंग’ ब्रांड की ई-सिगरेट बरामद की गईं, जो 11 अलग-अलग फ्लेवर में थीं, जिनमें मैंगो पीच वॉटरमेलन, पीच आइस, स्ट्रॉबेरी वॉटरमेलन, वॉटरमेलन आइस, स्ट्रॉबेरी कीवी आइस, कीवी पैशन फ्रूट गुआवा, चेरी पोमेग्रेनेट क्रैनबेरी, ब्लैकबेरी क्रैनबेरी, मिक्स्ड बेरी, ब्लू रैज़ आइस और ग्रेप आइस शामिल हैं।

पूछताछ में विश्वनाथ बरई ने खुलासा किया कि वह नेपाल में ‘यूनिक हुक्का’ और ‘बैद्यनाथ पान मसाला’ नामक दो दुकानें चलाता है। उसने बताया कि उसके काठमांडू के परिचित पिंकू और अमित चीन से ई-सिगरेट आयात करते हैं और भारी मुनाफे के लिए इन्हें अवैध रूप से बेचते हैं। मुनाफे के लालच में वह और गंगा राम इस रैकेट में शामिल हो गए। वे नेपाल, बिहार और दिल्ली में ई-सिगरेट की सप्लाई करते थे। बरई ने बताया कि उसने पहले जनपथ मार्केट, कनॉट प्लेस और करोल बाग में भी ई-सिगरेट की आपूर्ति की थी।

1 अगस्त को उसने करोल बाग मार्केट में टिंकू नामक एक खरीदार से मुलाकात की, जिसने प्रति ई-सिगरेट 1,100 रुपये में सौदा तय किया। 30 सैंपल देने के बाद उसी शाम 15 बोरियों में भरी ई-सिगरेट को किराए के ई-रिक्शा में लादकर अजमेरी गेट, कमला मार्केट डिलीवरी के लिए ले जाया जा रहा था, तभी पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।

पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कमला मार्केट थाने में एफआईआर दर्ज की है, जो इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट निषेध अध्यादेश-2019 की धारा 4/7 के तहत है।

डीसीपी निधिन वाल्सन ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय तस्करी रैकेट की पूरी सप्लाई चेन का पता लगाने और अन्य सदस्यों की पहचान के लिए जांच जारी है।

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