पुलिस पर हमला करने वाला कुख्यात अपराधी खेमचंद पुलिस मुठभेड़ में घायल, हथियार और चोरी की मोटरसाइकिल बरामद

नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली में पुलिस पर हमला और डकैती के मामले में वांछित कुख्यात अपराधी 33 वर्षीय खेमचंद उर्फ समीर को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान घायल कर गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में एक पिस्तौल, जिंदा और खाली कारतूस, और एक चोरी की टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल बरामद की गई। यह संयुक्त ऑपरेशन पूर्वी जिला पुलिस की नारकोटिक्स स्क्वाड और स्पेशल स्टाफ ने मिलकर अंजाम दिया।

पूर्वी दिल्ली के डीसीपी अभिषेक धानिया ने बताया कि 17-18 जुलाई की रात करीब 5:30 बजे, आनंद विहार के सर्विस रोड पर पुलिस की नियमित गश्त के दौरान दो एएसआई मोहम्मद कासिम और कांस्टेबल कृष्णपाल ने एक टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल पर सवार तीन संदिग्धों को गलत दिशा में जाते देखा। जब पुलिस ने उन्हें रोककर पूछताछ शुरू की, तो संदिग्धों ने अचानक हमला कर दिया। पुलिस के डंडों का इस्तेमाल कर दोनों अधिकारियों को सिर पर गंभीर चोटें पहुंचाईं और एएसआई कासिम का मोबाइल, वॉलेट, आधिकारिक दस्तावेज और नकदी लूटकर फरार हो गए। हमलावर मोटरसाइकिल और एक डंडा मौके पर छोड़ गए। घायल पुलिसकर्मियों को तुरंत एलबीएस अस्पताल ले जाया गया। इस मामले में पीएस पीआईए में एफआईआर दर्ज की गई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए, डीसीपी पूर्वी जिला, अभिषेक धानिया की निगरानी में दो विशेष टीमें गठित की गईं। पहली टीम, नारकोटिक्स स्क्वाड, इंस्पेक्टर अरुण कुमार के नेतृत्व में, और दूसरी, स्पेशल स्टाफ, इंस्पेक्टर जितेंद्र मलिक के नेतृत्व में थी। सीसीटीवी फुटेज, एएनपीआर डेटा और तकनीकी निगरानी के आधार पर खेमचंद की पहचान की गई।

21 जुलाई को, सूचना मिली कि खेमचंद पेपर मार्केट क्षेत्र में किसी बड़े अपराध की योजना बना रहा है। पुलिस ने तुरंत छापेमारी की योजना बनाई और रात 12:00 से 12:15 बजे के बीच उसे घेर लिया। खेमचंद ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर भागने की कोशिश की और फिर पुलिस पर चार राउंड फायर किए। आत्मरक्षा में पुलिस ने दो राउंड फायर किए, जिसमें खेमचंद घायल हो गया। उसे तुरंत एलबीएस अस्पताल, कल्याणपुरी में भर्ती कराया गया। इस कार्रवाई में एचसी अमित और एचसी सनोज ने गोली चलाई, दोनों ने बुलेटप्रूफ जैकेट पहनी थी।

मुठभेड़ में एक पिस्तौल, चार खाली और दो जिंदा कारतूस, पुलिस के दो खाली कारतूस और एक चोरी की टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल बरामद की गई। खेमचंद, मूल रूप से झारखंड के गोड्डा जिले का निवासी, वर्तमान में दिल्ली के बुरारी संत नगर में रहता है। वह अनपढ़, अविवाहित और नशे का आदी है। वह स्मैक और शराब का सेवन करता है, जिसके लिए वह सीलमपुर की झुग्गियों से नशीले पदार्थ लेता था। उसके खिलाफ 15 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें पुलिस पर हमला और सशस्त्र डकैती शामिल हैं।

खेमचंद ने पूछताछ में बताया कि नशे की लत और आजीविका के लिए वह चोरी और डकैती जैसे अपराध करता था। वह रेलवे स्टेशनों, खासकर शाहदारा और गाजियाबाद, पर सोता था और प्लेटफॉर्म टिकट खरीदकर पुलिस की नजरों से बचता था। उसने अपनी पहचान छिपाने के लिए अपना नाम जावेद पुत्र अब्दुल वहाब बताने की कोशिश की। उसका कहना था कि जेल से बचने और नशे की लत को पूरा करने के लिए उसने पुलिस पर हमला किया।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More