CM हो तो हिमंत बिस्व सरमा जैसा हो, Dhubri में गाय का सिर काटने वालों पर Himanta सख्त, Assam Police को दिये देखते ही गोली मारने के आदेश

राष्ट्रीय जजमेंट

असम का मुस्लिम बहुल इलाका धुबरी एक बार फिर सुर्खियों में है क्योंकि यहां साम्प्रदायिक तनाव है। हालांकि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के कड़े रुख और तगड़े एक्शन के चलते हालात अब काबू में हैं लेकिन मुख्यमंत्री ने जो सवाल उठाया है वह चिंताजनक है कि आखिर वो कौन-सी ताकते हैं जो धुबरी का बांग्लादेश में विलय करवाना चाहती हैं? हम आपको बता दें कि धुबरी से जुड़े विवाद के मामले में अब तक 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री सरमा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा, ‘धुबरी में गो मांस मामले में रातभर में 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया।’ मुख्यमंत्री के अनुसार सात जून को ईद के दिन धुबरी शहर में स्थित हनुमान मंदिर के सामने गाय का कटा हुआ सिर मिला था। अगले दिन फिर उसी मंदिर के सामने गाय का कटा हुआ सिर दोबारा मिलने के बाद इलाके में झड़पें हुईं। मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नौ जून को जिला प्रशासन ने धुबरी शहर में निषेधाज्ञा लागू की थी, जिसे अगले दिन कानून-व्यवस्था में सुधार के बाद हटा लिया गया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देखते ही गोली मारने का आदेश रात में दिया गया था, क्योंकि एक संगठन बांग्लादेश की सीमा से लगे जिले में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने कहा कि ‘नबीन बांग्ला’ नामक संगठन ने जिले में पोस्टर लगाए हैं जिनमें धुबरी का बांग्लादेश में विलय करने की मांग की गई है। इस बीच, राज्य सरकार ने एक अधिसूचना में बताया कि धुबरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवीन सिंह का तबादला कर दिया गया है और उनकी जगह हैलाकांडी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) लीना डोले को नियुक्त किया गया है।

हम आपको बता दें कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को कहा था कि बांग्लादेश की सीमा से लगे धुबरी जिले में रात में देखते ही गोली मारने के आदेश लागू होंगे, क्योंकि एक ‘‘सांप्रदायिक समूह’’ अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहा है, जिसे सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। मुख्यमंत्री ने स्थिति की समीक्षा के लिए शुक्रवार को धुबरी का दौरा किया था। उन्होंने कहा था, ‘‘मेरे गुवाहाटी पहुंचते ही देखते ही गोली मारने का आदेश जारी कर दिया जाएगा तथा रात में बाहर निकलने वाले या पत्थरबाजी की घटना में संलिप्त व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाएगा।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को तैनात किया जाएगा और धुबरी में सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों ने कानून अपने हाथ में लिये हैं, उनके साथ सख्ती से निपटा जाएगा।’’ शर्मा ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से धुबरी में कानून-व्यवस्था की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘धुबरी में अशांति फैलाने के लिए एक सांप्रदायिक समूह सक्रिय हो गया है और इसके बारे में पता चलने के बाद मैं धुबरी आया हूं तथा जिले में रात में देखते ही गोली मारने के आदेश लागू रहेंगे।’’ उन्होंने कहा कि धुबरी में सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा और जिन लोगों ने कानून को अपने हाथ में लिया है, उनके साथ सख्ती से निपटा जाएगा। शर्मा ने कहा कि पहले बकरीद पर लोगों का एक वर्ग ‘बीफ’ खाता था, लेकिन इस बार पश्चिम बंगाल से हजारों मवेशी लाए गए हैं और धुबरी में एक ‘‘नया बीफ माफिया’’ उभरा है, जिसने त्योहार से ठीक पहले हजारों जानवरों की खरीद की है। उन्होंने कहा, ‘‘यह बात मेरी जानकारी में आई है और मैंने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। मैंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे उन लोगों को गिरफ्तार करें, जिन्होंने यह मवेशी व्यापार शुरू किया है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल वह स्वयं ईद के दिन धुबरी जाएंगे और अगले दिन भी वहीं रहेंगे। शर्मा ने कहा, ‘‘हम समुदाय के एक वर्ग को इस तरह की गड़बड़ी करने की अनुमति नहीं दे सकते। हमारी सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और धुबरी को हमारे हाथों से जाने नहीं देगी।’’ उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी, तो वह पूरी रात हनुमान मंदिर की रखवाली करेंगे।

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