संविधान के हर पन्ने पर तानाशाही की स्याही रगड़ने में गंवाए, मोदी सरकार के 11 साल पर खड़गे का तंज

राष्ट्रीय जजमेंट

कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 11 वर्षों में देश के लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने को गहरा झटका दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि सरकार ने इन 11 वर्षों में संविधान के हर पन्ने पर केवल “तानाशाही की स्याही पोत दी है”। खड़गे ने एक्स पर लिखा कि पिछले 11 वर्षों में मोदी सरकार ने भारतीय लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने को गहरा आघात पहुँचाया है। खड़गे ने आरोप लगाया कि बीजेपी-आरएसएस ने हर संवैधानिक संस्था को कमज़ोर कर, उनकी स्वायत्तता पर कड़ा प्रहार किया। चाहे वो जनमत चुराकर पिछले दरवाज़े से सरकारें गिराना हो या एक-दलीय तानाशाही शासन जबरन लागू करना हो। इस दौरान, राज्यों के हकों की अनदेखी हुई है और संघीय ढांचे कमज़ोर हुए। उन्होंने कहा कि समाज में नफ़रत, धमकी और डर का वातावरण फैलाने की कोशिश लगातार जारी है। दलित, आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक व कमज़ोर वर्गों का शोषण लगातार बढ़ा है। इनके आरक्षण व बराबरी के अधिकार से वंचित रखने की साजिश जारी है। मणिपुर की ना थमने वाली हिंसा भाजपा की प्रशासनिक विफलता का सबसे बड़ा सबूत है। कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा कि बीजेपी-आरएसएस ने देश के GDP विकास दर को 5-6% की आदत डाल दी, जो UPA के दौरान 8% औसतन हुआ करता था। सालाना 2 करोड़ नौकरियों का वादा के बजाय युवाओं से करोड़ों नौकरियाँ छीनी। महँगाई से जनता की बचत 50 सालों में सबसे कम और आर्थिक असमानता 100 सालों में सबसे अधिक कर दी। नोटबंदी, गलत GST, अनियोजित लॉक-डाउन और असंगठित क्षेत्र पर हथौड़ा चलाकर करोड़ों का भविष्य बर्बाद किया।
उन्होंने दावा किया कि मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, नमामि गंगे, 100 स्मार्ट सिटीज सब फेल हुए। रेलवे का बंटाधार किया। केवल कांग्रेस-UPA के बनाए गए Infra के फ़ीते काटे। पिछले 11 वर्ष, मोदी सरकार ने संविधान के हर पन्ने पर तानाशाही की स्याही रगड़ने में गँवाए हैं! भाजपा ने अपनी ओर से प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों के शासन की सराहना की है। मोदी ने सोमवार को जोर देकर कहा कि उनके नेतृत्व में भारत न केवल सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गया है, बल्कि जलवायु कार्रवाई और डिजिटल नवाचार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर एक प्रमुख वैश्विक आवाज भी बन गया है।

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