ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शहीद हुए भारतीय वीरों को हाथ जोड़कर नमन, ये हैं तभी हम है… जय हिंद, जय भारत

राष्ट्रीय जजमेंट

भले ही भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो गया हो लेकिन अभी भी भारतीय सेना पूरी तौर से चौकन्नी हैं, क्योंकि पाकिस्तान दोगला है। वह अपनी हरकत से बाज नहीं आता है। पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी के साथ कहा गया है कि अगर फिर से कोई नापाक हरकत की गयी तो सीधा युद्ध होगा। पहलगाम में हुए हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी अपने सोशल मीडिया से दी थी। भारतीय वीर कैसे बॉर्डर पर पाकिस्तान की कोशिशों को ध्वस्त कर रहे थे अपने जान की परवाह किए बिना, यह भारत की सेना और सुरक्षा बल की ताकल को दर्शाता है। इस दौरान कुछ भारतीय सेना के और भारतीय सुरक्षा बल के सैनिकों ने देश की रक्षा के लिए अपनी जान को न्योछावर कर दिया। आइए उन्हें याद करते हैं-

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के उपनिरीक्षक मोहम्मद इम्तियाज की शहादत

जम्मू कश्मीर में आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई भारी गोलीबारी के दौरान शहीद हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के उपनिरीक्षक मोहम्मद इम्तियाज का पार्थिव शरीर सोमवार को पटना लाया गया। इस दौरान शहीद के बेटे इमरान रजा हवाई अड्डे पर चुपचाप खड़े रहे। उपनिरीक्षक मोहम्मद इम्तियाज जम्मू कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात थे। इमरान रजा ने हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘मुझे अपने पिता पर गर्व है और मैं उन सभी को सलाम करता हूं, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पिता बहुत मजबूत व्यक्ति थे। मैंने उनसे आखिरी बार 10 मई (शनिवार) को सुबह साढ़े पांच बजे बात की थी। उनके दाहिने पैर में चोट लगी थी। घायल होने के बाद उपनिरीक्षक इम्तियाज उसी शाम शहीद हो गए थे। सुरक्षाकर्मियों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर एवं हवाई अड्डे पर पुष्पांजलि अर्पित किए जाने के बाद इम्तियाज के पार्थिव शरीर को सारण जिले के नारायणपुर गांव स्थित उनके घर ले जाया गया। पूरे राजकीय सम्मान के साथ आज ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इम्तियाज का पार्थिव शरीर लेने के लिए बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, कई मंत्री और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हवाई अड्डे पर मौजूद रहे। इमरान ने भारत में आतंकी हमलों के लिए पाकिस्तान को उचित सबक सिखाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान को उचित सबक सिखाना चाहिए। हमारी सरकार को ऐसा करारा जवाब देना चाहिए कि किसी बेटे को कभी अपने पिता को न खोना पड़े।’’ हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए यादव ने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देते हुए इम्तियाज शहीद हो गए। उनके जैसे बहादुर लोगों की वजह से ही आज हम सुरक्षित हैं। देश उनके बलिदान को हमेशा याद रखेगा।’’ राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा, ‘‘मोहम्मद इम्तियाज का बलिदान व्यर्थ नहीं गया… हमारे बहादुर सैनिकों ने उनके बलिदान का बदला ले लिया है।

राजस्थान : शहीद जवान सुरेंद्र कुमार का झुंझुनूं में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

जयपुर, 11 मई पाकिस्तानी हमले में शहीद हुए झुंझुनूं जिले के जवान सुरेंद्र कुमार का रविवार को उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बड़ी संख्या में लोगों ने नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दी। पाकिस्तान की ओर से हुए हमले में भारतीय वायुसेना के असिस्टेंट मेडिकल सार्जेंट सुरेंद्र कुमार शनिवार को उधमपुर हवाई अड्डे पर शहीद हो गए थे। शहीद जवान का पार्थिव शरीर दिल्ली से सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव मंडावा पहुंचा। इसके बाद तिरंगा यात्रा शुरू हुई और जवान का पार्थिव शरीर मेहरादासी गांव में उनके घर पहुंचा। गांव में उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सुरेंद्र कुमार के आठ साल के बेटे दक्ष ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। शहीद जवान की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। जिन्होंने भारत माता की जय और सुरेंद्र कुमार अमर रहे के नारे लगाए। इस मौके पर सरकार की ओर से उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, अविनाश गहलोत व झाबर सिंह खर्रा, सांसद मदन राठौड़ सहित बड़ी संख्या में जन प्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे।

राज कुमार थापा: जम्मू कश्मीर प्रशासनिक सेवा के अधिकारी का राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार

पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा (जेकेएएस) के एक अधिकारी का रविवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी और जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा राजौरी के अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त राज कुमार थापा के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। शनिवार सुबह राजौरी में थापा के आवासीय परिसर में मोर्टार गोले गिरने से उनकी मौत हो गयी थी। उनके पार्थिव शरीर को पुलिस वाहन में जम्मू के बाहरी इलाके में स्थित उनके रूप नगर स्थित निवास पर लाया गया और बाद में उनका अंतिम संस्कार पास के श्मशान घाट में किया गया। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी शोक संतप्त परिवार से मिलने पहुंचे और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अथक परिश्रम करने वाले इन सम्मानित लोकसेवक को श्रद्धांजलि दी। सिन्हा ने कहा, ‘‘डॉ. थापा का जम्मू-कश्मीर के विकास में विपुल योगदान है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, मित्रों और असंख्य प्रशंसकों के साथ हैं। मैं दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।’’

आंध्र सरकार ने मुरली नाइक के परिजनों को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की

आंध्र प्रदेश सरकार ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सीमा पार से गोलाबारी के दौरान शहीद हुए सैनिक एम. मुरली नाइक के परिवार को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की रविवार को घोषणा की। शनिवार रात को मुरली नाइक का पार्थिव शरीर श्री सत्यसाई जिले स्थित उनके घर लाया गया, जिसके बाद रविवार को उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण उनके घर पहुंचे और शहीद सैनिक को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अपनी ओर से 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की और परिवार के साथ एकजुटता व्यक्त की। कल्याण ने संवाददाताओं से कहा, “मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने मुरली नाइक के परिवार को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, पांच एकड़ कृषि भूमि, आवास के लिए 300 वर्ग गज जमीन देने की घोषणा की है। कैबिनेट की चर्चा के बाद नाइक के परिवार को एक सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।” सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री नारा लोकेश और अन्य मंत्रियों ने नाइक के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके शोकाकुल माता-पिता को ढांढस बंधाया। लोकेश ने कहा, राज्य नाइक की बहादुरी के सम्मान में नतमस्तक है। राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा को कभी भुलाया नहीं जाएगा। आंध्र प्रदेश सरकार ने घोषणा की कि नाइक का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

शहीद सुनील कुमार: सीमापार गोलीबारी में शहीद हो गये युवा सैनिक सुनील कुमार का अंतिम संस्कार

गोलीबारी में गंभीर रूप से जख्मी होने के बाद शहीद हुए एक युवा सैनिक सुनील कुमार को यहां अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास उसके गांव में सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में अश्रुपूर्ण अंतिम विदाई दी गई। ‘4-जेएकेएलआई (जम्मू-कश्मीर लाइट इंफेंट्री रेजिमेंट)’ में तैनात राइफलमैन सुनील कुमार (25) शनिवार तड़के आरएस पुरा सेक्टर में सीमा पार से हुई गोलाबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया। सुनील कुमार एक सैनिक परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके दो बड़े भाई सशस्त्र बलों में सेवारत हैं जबकि पिता पूर्व सैनिक हैं। सुनील कुमार के रिश्तेदारों ने कहा कि वह बचपन से ही सेना में शामिल होने और देश की सेवा करने के सपने देखता था। अरनिया सेक्टर में सुनील कुमार के त्रिवा गांव के अधिकतर निवासियों को आठ मई को एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था। दरअसल एक दिन पहले ही पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अग्रिम गांवों को अंधाधुंध तरीके से निशाना बनाना शुरू कर दिया था क्योंकि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइलें दागी थीं।

हालांकि, जब तिरंगे में लिपटे ताबूत में वीर जवान सुनील कुमार का पार्थिव शरीर एक सुसज्जित सैन्य वाहन में रखकर उनके गांव लाया गया, तो सैकड़ों शोक संतप्त लोगउन्हें अश्रुपूर्ण अंतिम विदाई देने के लिए एकत्र हो गए। सुनील कुमार के बलिदान और राष्ट्र की प्रशंसा में नारे लगाये जा रहे थे। जब सुनील कुमार के माता-पिता समेत परिवार के सदस्य शहीद सैनिक के अंतिम दर्शन के लिए आगे बढ़े तो तो माहौल बहुत भावुक हो गया। बाद में पार्थिव शरीर को परमंडल ले जाया गया, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व सरपंच बलबीर कौर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया,‘‘पूरा गांव शोक में है क्योंकि हमने इस सीमावर्ती गांव में पले-बढ़े और देश की सेवा में अपने प्राण न्यौछावर करने वालेअपने बेटे को खो दिया है।’’ उन्होंने कहा कि सुनील कुमार बहुत ही सज्जन युवक था और जल्द ही उसकी शादी होने वाली थी। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरा गांव सुनील कुमार के परिवार के साथ खड़ा है। हालांकि, पूर्व सरपंच को लगता है कि देश ने पाकिस्तान को ‘घुटने टेकने’ और उसकी दगाबाजियों से आने वाली पीढ़ियों की रक्षा करने का एक अवसर खो दिया है। उन्होंने कहा हमने पिछले कुछ वर्षों में बहुत कुछ सहा है…लगभग पूरा गांव खाली करा दिया गया था। लेकिन हम ऐसे समाधान की तलाश में थे, जहां हमें अपने युवाओं की अर्थी को कंधा न देना पड़े और न ही अपने घरों को छोड़ना पड़े। हम उम्मीद कर रहे थे कि सरकार पाकिस्तान को सबक सिखाएगी, ताकि वह भारत को नुकसान पहुंचाने के लिए आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के बारे में आगे कभी सोच न सके।

शहीद सुरेन्द्र सिंह मोगा जी: जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में वायुसेना स्टेशन की सुरक्षा में तैनात जवान शहीद

जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में एक वायुसेना स्टेशन पर शनिवार को पाकिस्तानी ड्रोन के टुकड़े की चपेट में आने से एक सैनिक शहीद हो गया। इस ड्रोन को सेना के वायु रक्षा बल ने सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। उन्होंने बताया कि यह घटना भारत और पाकिस्तान द्वारा अपनी युद्ध गतिविधियों को समाप्त करने के लिए संघर्षविराम की घोषणा किए जाने से पहले हुई। पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए जाने के बाद से युद्ध गतिविधियां तेज हो गईं। यह जवान उधमपुर वायुसेना स्टेशन में ड्यूटी पर था, जहां आज सुबह पाकिस्तानी ड्रोन ने हमला किया। अधिकारियों ने बताया कि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने ड्रोन को हवा में ही सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया, लेकिन एक जवान इसके मलबे की चपेट में आ गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शहीद सैनिक को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उसके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘राजस्थान के सपूत, झुंझुनू निवासी, भारतीय सेना के जवान श्री सुरेन्द्र सिंह मोगा जी की राष्ट्रीय सुरक्षा का कर्तव्य निभाते हुए उधमपुर वायुसेना स्टेशन में शहादत की खबर अत्यंत दुःखद है।

शहीद सूबेदार मेजर पवन कुमार का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

जम्मू कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में शहीद हो गये सूबेदार मेजर पवन कुमार का रविवार को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा स्थित उनके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जब उनके बेटे ने चिता को मुखाग्नि दी तो माहौल बहुत गमगीन हो गया। उनके परिवार के सदस्यों, मित्रों और बड़ी संख्या में शोक संतप्त लोगों ने ‘सूबेदार मेजर पवन कुमार अमर रहे’ और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारों के बीच उन्हें अश्रुपूर्ण अंतिम विदाई दी। तिरंगे में लिपटा पवन कुमार का पार्थिव शरीर रविवार दोपहर करीब एक बजे जम्मू से शाहपुर लाया गया तो शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के रूदन से माहौल दहल गया। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सरकार की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की, जबकि कृषि मंत्री चंद्र कुमार, उपायुक्त हेमराज बैरवा और पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने पुष्पांजलि अर्पित की। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार, पूर्व मंत्री सरवीन चौधरी और पूर्व विधायक अरुण कुमार भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए और श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देश की रक्षा में पवन कुमार के सर्वोच्च बलिदान को याद किया। रविवार को यहां जारी एक बयान में उन्होंने कहा, ‘‘देश हमेशा उनके साहस का ऋणी रहेगा। राज्य सरकार दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।’’ शाहपुर के वार्ड नंबर चार के निवासी पवन कुमार 25 पंजाब रेजिमेंट में सेवारत थे और उनके पिता गराज सिंह भी भारतीय सेना के सेवानिवृत्त हवलदार हैं। शहीद पवन कुमार के परिवार में माता-पिता, पत्नी, बेटा और बेटी हैं।

BSF कॉन्स्टेबल दीपक चिमंगाखम : पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से की गई गोलीबारी में घायल हुआ एक और जवान शहीद

जम्मू क्षेत्र में एक दिन पहले पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से की गई गोलीबारी में घायल हुआ एक और जवान शहीद हो गया। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने रविवार को यह जानकारी दी। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कॉन्स्टेबल दीपक चिमंगाखम 10 मई को जम्मू जिले के आर एस पुरा इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा पार से हुई गोलीबारी के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे और 11 मई को शहादत प्राप्त की।’’ पोस्ट में कहा गया कि बीएसएफ महानिदेशक और सभी अधिकारी उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। शनिवार को पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में बीएसएफ की 7वीं बटालियन के आठ जवान घायल हो गए थे, जिनमें उपनिरीक्षक मोहम्मद इम्तियाज बाद में शहीद हो गए थे। इम्तियाज के लिए रविवार को जम्मू के पलौरा स्थित बीएसएफ के फ्रंटियर मुख्यालय में पूरे सैन्य सम्मान के साथ पुष्पांजलि अर्पित की गई। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को बिहार के सारण जिले में उनके पैतृक गांव नारायणपुर में किया जाएगा। चिमंगाखम के सम्मान में इसी प्रकार से सोमवार को बीएसएफ के फ्रंटियर मुख्यालय में पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी।

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