आज का कार्यक्रम कई लोगों की नींद खराब करने वाला है, शशि थरूर के बहाने पीएम मोदी का इंडिया ब्लॉक  पर तंज

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केरल में विझिनजाम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह के उद्घाटन के दौरान विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक पर कटाक्ष किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर की मौजूदगी को देखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि थरूर के कार्यक्रम में मौजूद होने से कई लोगों में बेचैनी पैदा होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री (पिनाराई विजयन) से कहना चाहता हूं कि आप इंडिया गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं, शशि थरूर भी यहां बैठे हैं।” उन्होंने कहा, “आज का कार्यक्रम कई लोगों की नींद खराब करने वाला है।”थरूर कांग्रेस के तिरुवनंतपुरम लोकसभा सांसद हैं, जो भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (इंडिया) का एक प्रमुख सदस्य है। मोदी की टिप्पणी, हालांकि मजाक में कही गई, राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को परेशान करने के उद्देश्य से की गई प्रतीत होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विझिनजाम अंतर्राष्ट्रीय गहरे पानी वाले बहुउद्देशीय बंदरगाह के उद्घाटन समारोह के दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर, केरल भाजपा अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर और अन्य गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात की।मोदी की यह टिप्पणी थरूर द्वारा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की कई मुद्दों पर की गई प्रशंसा के तुरंत बाद आई है, जिसमें रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत का रुख और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ कूटनीतिक वार्ता को आगे बढ़ाना शामिल है। यहां तक ​​कि राजीव चंद्रशेखर, जिन्होंने तिरुवनंतपुरम सीट पर थरूर के खिलाफ असफल चुनाव लड़ा था, ने हाल ही में थरूर को “कांग्रेस में कुछ समझदार लोगों में से एक” कहा था। भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष के रूप में चंद्रशेखर भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे, साथ ही राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास और केरल के कैबिनेट मंत्रियों सहित अन्य वरिष्ठ राजनीतिक नेता भी मौजूद थे।

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जाति जनगणना को लेकर बोले तेजस्वी यादव यादव, पिक्चर अभी बाक़ी है, बीजेपी-आरएसएस पर साधा निशाना

बिहार में जाति जनगणना को लेकर राजनीतिक वाकयुद्ध बढ़ता जा रहा है। विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा मजबूरी में लिया गया निर्णय बताया है। इसके साथ ही उन्होंने एक्स पर लिखा कि जातिगत जनगणना तो शुरुआत है, पिक्चर अभी बाक़ी है। उन्होंने आगे लिखा कि पिछड़ों/अति पिछड़ों के लिए आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र, निजी क्षेत्र में आरक्षण, ठेकेदारी में आरक्षण, न्यायपालिका में आरक्षण, मंडल कमीशन की शेष सिफारिशों को लागू करेंगे, आबादी के अनुपात में आरक्षण देंगे, बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा, बिहार के लिए विशेष पैकेज। राजद नेता ने कहा कि उच्च मानसिकता के समता विरोधी संकीर्ण व नकारात्मक संघी/भाजपाई इस पर भी हमें गाली देंगे लेकिन बाद में बेशर्म हमारे ही एजेंडे को अपना मास्टर स्ट्रोक कहेंगे। कितने खोखले लोग है ये? वहीं, पटना में मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि यह कदम भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की स्वैच्छिक पहल नहीं है, बल्कि यह जनता के बढ़ते दबाव का नतीजा है। तेजस्वी ने कहा, “यह कोई फैसला नहीं है, यह मजबूरी है। उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा था। हम इस मुद्दे को सालों से उठा रहे हैं।”उन्होंने आगे कहा, “भले ही उन्होंने जनगणना की घोषणा कर दी हो, लेकिन अभी भी यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब शुरू होगी। और इसे परिसीमन प्रक्रिया से पहले पूरा किया जाना चाहिए ताकि लोकसभा और विधानसभा सीटों का आवंटन अद्यतन आंकड़ों के आधार पर किया जा सके।” इस बीच, बिहार कांग्रेस के नेताओं ने तेजस्वी यादव की भावना को दोहराया और जाति जनगणना के फैसले का श्रेय लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के प्रयासों को दिया। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार राम ने राहुल गांधी की तस्वीर पर दूध चढ़ाकर प्रतीकात्मक रूप से अपनी बात रखी और कहा, “जिसकी जितनी संख्या, उसका उतना हिस्सा’ के नारे ने देश में सामाजिक समानता की उम्मीद जगाई है।”

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मंगलुरु में हिन्दू कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या से तनाव बढ़ा, भारी फोर्स तैनात, पूरे शहर में निषेधाज्ञा लागू

हिंदुत्व कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या के बाद बढ़ते तनाव के बीच, मंगलुरु पुलिस ने शुक्रवार से 6 मई तक पूरे शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। शेट्टी, एक ज्ञात उपद्रवी और हिंदुत्व कार्यकर्ता, को मंगलुरु शहर के बाजपे पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर गुरुवार देर शाम अज्ञात हमलावरों के एक समूह ने मार डाला। गुरुवार शाम लगभग 8:30 बजे, सुहास शेट्टी अपने पांच सहयोगियों – संजय, प्रज्वल, अन्विथ, लतीश और शशांक के साथ यात्रा कर रहे थे, जब किन्नीपदावु क्रॉस के पास हमलावरों के एक समूह ने उनके वाहन को रोक लिया।हमलावरों की संख्या करीब छह थी, जो स्विफ्ट कार और पिकअप ट्रक में सवार थे। उन्होंने शेट्टी और उनके समूह पर घात लगाकर हमला किया, उन पर घातक हथियारों से हमला किया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। एजे अस्पताल ले जाए जाने के बावजूद शेट्टी ने अपने घावों के कारण दम तोड़ दिया। पुलिस ने तब से हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और अपराधियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।
मंगलुरु के निकट सुरथकल में जुलाई 2022 में हुई हत्या के एक मामले के मुख्य आरोपी एवं हिंदूवादी कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या के बाद बढ़े तनाव के बीच पुलिस ने शुक्रवार से छह मई तक पूरे शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। कुख्यात बदमाश शेट्टी की बृहस्पतिवार देर शाम मंगलुरु शहर के बाजपे पुलिस थाना क्षेत्र में एक अज्ञात समूह ने हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस घटना के बाद भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत मंगलुरु शहर पुलिस थाना क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।शहर पुलिस आयुक्त अनुपम अग्रवाल की ओर से जारी आदेश में जनसभाएं, बैठकें, रैलियां एवं नारेबाजी करने और ऐसी वस्तुओं को ले जाने पर रोक लगाई गई है जिनका इस्तेमाल हथियार के रूप में किया जा सकता है। अग्रवाल अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट भी हैं। शेट्टी विभिन्न स्थानीय हिंदुत्व संगठनों से कथित तौर पर जुड़ा था और उसके खिलाफ कई मामले दर्ज थे। पुलिस ने बताया कि सुहास शेट्टी सुरथकल में मोहम्मद फाजिल (23) की 2022 में हुई सनसनीखेज हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक था। उसने बताया कि शेट्टी की हत्या मंगलुरु शहर के बाहरी इलाके बाजपे के किन्नीपदावु में बृहस्पतिवार रात करीब साढ़े आठ बजे की गई। पुलिस के अनुसार, शेट्टी अपने साथियों के साथ एक वाहन में कहीं जा रहा था तभी एक कार और एक पिकअप वाहन में सवार पांच-छह हमलावरों ने उसे कथित तौर पर रोक लिया। पुलिस ने बताया कि हमलावरों ने शेट्टी पर धारदार हथियारों से हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि शेट्टी कुछ दिन पहले ही कई अपराधों के लिए सजा काटकर जेल से बाहर आया था। शेट्टी की हत्या के बाद सैकड़ों लोग अस्पताल के पास जमा हो गए। विभिन्न संगठनों से उसके कथित रूप से जुड़े होने के कारण उसकी हत्या को संवेदनशील घटना के रूप में देखा जा रहा है और पुलिस ने अपराधियों का पता लगाने के लिए अभियान शुरू किया है। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह हमला सोच-समझकर किया गया। उसने कहा कि हत्या का मकसद अभी स्पष्ट नहीं है और मामले की जांच जारी है।

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अब बहानेबाजी नहीं चलेगी, भाजपा  के सारे इंजन खटारा, दिल्ली में जलभराव को लेकर आप का तंज

दिल्ली में बारिश के बाद कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पर आप ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। आप के दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अब बहानेबाजी नहीं चलेगी, दिल्ली में 4 इंजन वाली सरकार है- केंद्र सरकार, एलजी, दिल्ली सरकार और एमसीडी। उन्होंने कहा कि 1 महीने पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा था कि साल 2025 में दिल्ली में जलभराव नहीं होगा, लेकिन आज सामान्य बारिश में भी कई जगहों पर जलभराव है।
पूर्व सीएम आतिशी ने एक्स पर लिखा कि दिल्ली में है 4 इंजन की भाजपा सरकार। और यह है गर्मियों की पहली बरसात के बाद दिल्ली का हाल। पहले बिजली, पानी, सीवर में भाजपा फेल। अब जल भराव रोकने में भाजपा फेल। आप सांसद सजय सिंह ने लिखा कि भाजपा बर्बादी की गारंटी है। उन्होंने आगे लिखा कि मैं बार-बार कहता हूँ BJP के सारे इंजन खटारा हो चुके हैं। दिल्ली में तीन इंजन की सरकार का हाल देखिए पहली ही बारिश में सड़कों पर पानी भरा हुआ है। BJP ने बहुत कम समय में ही दिल्ली को बर्बाद करने का रिकॉर्ड बना दिया है।वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मजनूं का टीला और आईटीओ समेत कई बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया तथा अधिकारियों के साथ राहत प्रयासों का समन्वय किया। मौसम के कारण राष्ट्रीय राजधानी में व्यवधान पैदा हो गया, जिसके कारण करीब 100 उड़ानें विलंबित हो गईं। दिल्ली की मुख्यमंत्री ने गंभीर जलभराव के लिए पिछली सरकार के कुप्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सुबह 5 बजे से ही सरकार और प्रशासन लगातार अलर्ट पर था। सभी डीसी, अधिकारी सड़कों पर खड़े थे। इस कार्यक्रम में आते समय मैंने तीन पॉइंट देखे जहां जलभराव और ट्रैफिक जाम था।रेखा गुप्ता ने कहा कि ये ट्रिपल इंजन की सरकार है, जहां आज केंद्र, दिल्ली और हमारी स्थानीय निकाय मिलकर एक टीम की तरह खड़े हैं और दिल्ली की बिगड़ी हुई व्यवस्था को सुधारने के लिए पूरे जोश के साथ काम कर रहे हैं। मैं भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि मानसून से पहले आज जो ये बारिश हुई है, वो पूरी व्यवस्था के लिए एक खतरे की घंटी है। उन्होंने कहा कि यह बीमारी जो हमें पिछली सरकार से मिली है, उसे ठीक होने में समय लगेगा और आज दिल्ली की मुख्यमंत्री खुद उन सड़कों से गुजर रही हैं, जहां हजारों दिल्लीवासी ट्रैफिक जाम में फंसे हुए हैं और सरकार इन समस्याओं को ठीक करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अधिकारी सड़कों पर काम कर रहे हैं। इन सभी व्यवस्थाओं को समय पर ठीक करना हमारी जिम्मेदारी है।

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कौन सा नारा बटेंगे तो काटेंगे की जगह लेगा? मनोज झा ने बीजेपी नेताओं पर कसा तंज

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज झा ने शुक्रवार को जाति जनगणना के खिलाफ बयान देने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह एक ऐसी मांग है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। झा ने कहा, “कौन सा नारा ‘बटेंगे तो कटेंगे’ की जगह लेगा?” उन्होंने कहा कि हमारे (बिहार) एलओपी तेजस्वी यादव ने भी यह कहा है और हम भी यही कहते रहे हैं; यह ऐसी मांग है जिसे छोड़ा नहीं जा सकता। मुझे उन बड़े नेताओं की चिंता है जो ऐसी बातें कह रहे हैं कि अगर जाति जनगणना हुई तो जातिवाद का जहर फैल जाएगा, वे अब अपने बयान को कैसे छिपाएंगे?उन्होंने मांग की कि सरकार जाति जनगणना को लागू करने और संचालित करने के लिए एक समयसीमा या रोडमैप बनाए, जैसा कि मूल रूप से 2021 के लिए निर्धारित किया गया था। महिला आरक्षण और परिसीमन सहित कई मुद्दे सरकारी जनगणना से निकटता से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि कई महत्वपूर्ण चीजों को एक साथ जोड़ दिया गया है। जनगणना 2021 में होनी थी। चार साल हो गए हैं, और कोई पहल नहीं हुई है। जाति जनगणना, महिला आरक्षण और परिसीमन जनगणना से जुड़े हैं। इसके लिए एक समयसीमा या रोडमैप होना चाहिए। इस बीच, महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष हर्षवर्धन वसंतराव सपकाल ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को श्रेय दिया, क्योंकि केंद्र सरकार ने जाति जनगणना कराने का फैसला किया है। उन्होंने मांग की कि जाति जनगणना को समयबद्ध तरीके से लागू किया जाना चाहिए। इससे पहले गुरुवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने जाति जनगणना को मंजूरी देने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए इसे सामाजिक न्याय हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह कदम पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के लिए एक बड़ी जीत है और विभिन्न समूहों के सामूहिक दबाव का परिणाम है। उन्होंने कहा कि जाति जनगणना कराने का फैसला 90 फीसदी पीडीए लोगों की 100 फीसदी जीत है। यादव ने जोर देकर कहा कि समाज के सभी वर्गों के संयुक्त दबाव के कारण भाजपा सरकार को यह फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह फैसला केंद्र सरकार द्वारा आगामी जनगणना में जातियों को शामिल करने के फैसले के बाद आया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 30 अप्रैल को राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक के बाद इस फैसले की घोषणा की।

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सेवानिवृत्त बांग्लादेशी मेजर ने भारत  को दी धमकी, पाकिस्तान  पर हमला हुआ तो हम भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र पर कब्जा करेंगे

लगता है कि भारत को पाकिस्तान के साथ-साथ बांग्लादेश का भी इलाज करना पड़ेगा। पाकिस्तान जहां भारत में सीमापार आतंकवाद फैला रहा है वहीं बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख और उनके अधिकारी भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। हाल ही में अपनी चीन यात्रा के दौरान बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मुहम्मद यूनुस ने पूर्वोत्तर राज्यों को लेकर विवादित बयान दिया था तो अब उनकी सरकार से जुड़े एक सेवानिवृत्त बांग्लादेशी सेना अधिकारी ने चेतावनी दी है कि अगर भारत, पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान पर हमला करता है, तो बांग्लादेश को भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए। हम आपको बता दें कि मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) ए.एल.एम. फजलुर रहमान बांग्लादेश राइफल्स (अब बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश) के प्रमुख रह चुके हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में सुझाव दिया कि बांग्लादेश को “चीन के साथ एक संयुक्त सैन्य प्रणाली पर चर्चा शुरू करनी चाहिए।” रहमान का यह बयान 29 अप्रैल को सामने आया। हम आपको बता दें कि 22 अप्रैल को कश्मीर में 26 पर्यटकों की हत्या के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। साथ ही, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सत्ता से विदाई के बाद भारत-बांग्लादेश संबंधों में भी तनाव आया है, जिससे क्षेत्र की जटिल भू-राजनीतिक स्थिति सामने आई है।हम आपको बता दें कि पिछले वर्ष अंतरिम सरकार ने फजलुर रहमान को एक सात सदस्यीय स्वतंत्र आयोग का प्रमुख नियुक्त किया था, जिसे 2009 के पिलखाना विद्रोह और हत्याकांड की पुनः जांच करनी थी। उस घटना में 74 लोग, जिनमें 57 सेना अधिकारी शामिल थे, मारे गए थे। दूसरी ओर, बांग्लादेशी अधिकारियों ने भारत के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की रहमान की भड़काऊ टिप्पणियों से तुरंत दूरी बना ली है और स्पष्ट किया है कि ये विचार सरकार की आधिकारिक नीति का हिस्सा नहीं हैं। बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार कार्यालय के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने कहा है कि बीडीआर आयोग के प्रमुख मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) ए.एल.एम. फजलुर रहमान द्वारा की गई टिप्पणियां उनके व्यक्तिगत विचार हैं। उन्होंने कहा, “अंतरिम सरकार किसी भी रूप में उनके विचारों से सहमत नहीं है और न ही ऐसी बयानबाजी का समर्थन करती है। बांग्लादेश सभी देशों की संप्रभुता और स्वतंत्रता का सम्मान करता है और दूसरों से भी यही अपेक्षा रखता है। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि मेजर जनरल फजलुर रहमान की व्यक्तिगत टिप्पणियों के संदर्भ में बांग्लादेश सरकार को न घसीटें।”दूसरी ओर, भारत के पूर्वोत्तर हिस्से का उल्लेख किए जाने पर भारतीय अधिकारियों और विश्लेषकों ने इसकी मंशा और महत्व पर सवाल उठाए हैं, खासकर ऐसे समय में जब चीन की दक्षिण एशिया में रणनीतिक दिलचस्पी और भारत की सीमाओं के पास अधोसंरचना विकास का काम तेजी से बढ़ रहा है।हम आपको यह भी बता दें कि रहमान का यह बयान उस समय आया जब कुछ सप्ताह पहले मुहम्मद यूनुस ने चीन की यात्रा की थी, जहां उन्होंने बीजिंग को बांग्लादेश में अपना आर्थिक प्रभाव बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के संदर्भ में विवादित बयान दिया था। यूनुस ने बांग्लादेश को क्षेत्र के लिए “समुद्र का एकमात्र रक्षक” बताया था और चीन के आर्थिक विस्तार के लिए एक प्रवेश द्वार के रूप में प्रस्तुत किया था जिसमें नेपाल और भूटान की जलविद्युत संपत्तियों तक पहुंच भी शामिल है। यूनुस ने चीन के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे और इस संबंध को ‘एक नए चरण’ में प्रवेश करने वाला बताया था साथ ही भारत के मुकाबले चीन को एक अच्छे मित्र और संतुलन कारक के रूप में देखने की आवश्यकता पर बल दिया था।
हम आपको यह भी बता दें कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि भारत को पाकिस्तान के साथ-साथ बांग्लादेश के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। रविवार को एक आधिकारिक समारोह के अवसर पर संवाददाताओं से बातचीत में सरमा ने कहा, “भारत को बांग्लादेश के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए लेकिन ये रणनीतिक फैसले हैं और हमें एक सीमा से आगे नहीं जाना चाहिए।” उन्होंने आशा व्यक्त की कि केंद्र सरकार ऐसे उपायों पर सक्रियता से विचार कर रही होगी। सरमा ने कहा, “एक मुख्यमंत्री के नाते हम अनुरोध कर सकते हैं लेकिन फैसला भारत सरकार पूरे सुरक्षा पहलू पर विचार करने के बाद लेगी कि आप पाकिस्तान और बांग्लादेश से एक साथ निपटेंगे या अलग-अलग।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि निर्णय केन्द्र सरकार द्वारा लिया जाएगा, लेकिन वे पूर्वोत्तर के अन्य राजनीतिक नेताओं की भावना से सहमत हैं जो बांग्लादेश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा रखना चाहिए और लोगों को विशेषज्ञ टिप्पणियों से बचना चाहिए।” बहरहाल, बांग्लादेश के नेता पूर्वोत्तर के बारे में भले ख्याली पुलाव पकाते रहें, उन्हें यह पता होना चाहिए कि जो भारत अपने शौर्य और पराक्रम से बांग्लादेश का गठन करवा सकता है वह अपने एक ही वार से बांग्लादेश के टुकड़े भी कर सकता है। बांग्लादेशियों की ओर से घुसपैठ रोकने के लिए हमारे सुरक्षा बल भी पूरी तरह सतर्क हैं। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि मेघालय सीमांत में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ के जवान हाई अलर्ट पर हैं। उन्होंने कहा कि बीएसएफ सभी एहतियाती कदम उठा रही है। मेघालय सीमांत के महानिरीक्षक ओपी उपाध्याय ने बताया, “पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर हम पूरी तरह तैयार हैं और पिछले साल बांग्लादेश में विद्रोह के बाद से ही हमारे जवान सीमा पर हाई अलर्ट पर हैं।” उन्होंने कहा, “किसी भी संभावित घटना के मामले में हम पूरी तरह तैयार हैं और हमारे जवान हर समय सतर्क हैं। हम सभी एहतियाती कदम उठा रहे हैं।”

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राफेल, मिग-29, मिराज… गंगा एक्सप्रेसवे पर वायुसेना ने दिखाई अपनी ताकत, बढ़ी पाकिस्तान की धड़कन

भारतीय वायुसेना की ताकत शुक्रवार को एक बार फिर देखने को मिली, जब राफेल, मिग-29, मिराज 2000 जैसे लड़ाकू विमानों ने उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में गंगा एक्सप्रेसवे पर बनी भारत की पहली नाइट लैंडिंग स्ट्रिप पर उतरने और उड़ान भरने का अभ्यास किया। 3.5 किलोमीटर लंबी यह हवाई पट्टी वायुसेना के विमानों की दिन और रात दोनों समय लैंडिंग के लिए सक्षम है, जिससे चौबीसों घंटे सैन्य अभियान चलाने और आपात स्थिति के दौरान वैकल्पिक रनवे के रूप में एक्सप्रेसवे की व्यवहार्यता का आकलन करने में मदद मिलेगी। यह अभ्यास युद्ध या राष्ट्रीय आपातकाल के समय वैकल्पिक रनवे के रूप में एक्सप्रेसवे की क्षमता का आकलन करने के लिए आयोजित किया जा रहा है।इसके साथ ही यूपी में एक्सप्रेसवे पर कुल चार लैंडिंग स्ट्रिप हो जाएंगी, लेकिन यह पहली ऐसी स्ट्रिप होगी जिसमें रात के समय लैंडिंग की सुविधा होगी। टेकऑफ़ और लैंडिंग अभ्यास ऐसे महत्वपूर्ण समय पर हो रहा है जब 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, जब पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने 26 निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। यह आधुनिक हवाई पट्टी भारत की पहली ऐसी हवाई पट्टी है जो चौबीसों घंटे सैन्य अभियानों के लिए प्रावधान के साथ एक्सप्रेसवे पर बनाई गई है। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रनवे के दोनों ओर 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।उत्तर प्रदेश सरकार हवाई पट्टी के पास एक्सप्रेसवे के साथ एक औद्योगिक केंद्र विकसित करने की भी योजना बना रही है, जिससे हजारों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होने की उम्मीद है। दूसरी ओर पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की और “किसी भी आक्रामक कार्रवाई का माकूल जवाब देने” का संकल्प जताया। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के कारण भारत और पाकिस्तान में तनाव बढ़ने के बाद दोनों की यह पहली मुलाकात थी। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपनी क्षेत्रीय अखंडता एवं संप्रभुता से कभी समझौता नहीं करेगा और किसी भी आक्रामक कार्रवाई का माकूल जवाब देगा।”

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लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई, चुन-चुन कर लिया जाएगा बदला… पहलगाम के दहशतगर्दों को अमित शाह का कड़ा संदेश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को चेतावनी दी कि उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि उन्होंने युद्ध जीत लिया है। पहलगाम के बाद अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में शाह ने कहा कि लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। आतंकवादियों को यह नहीं सोचना चाहिए कि हमारे 27 लोगों को मारने के बाद उन्होंने युद्ध जीत लिया है। उन्होंने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि पहलगाम में नागरिकों की हत्या करने वाले हर एक आतंकवादी की तलाश की जाएगी और उसे दंडित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकेगी और पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देगी।शाह ने कहा कि मैं आज जनता से कहना चाहता हूं कि 90 के दशक से कश्मीर में आतंकवाद चलाने वालों के खिलाफ हम जीरो टॉलरेंस की नीति पर मजबूती से लड़ रहे हैं। आज वो (आतंकवादी) ये न सोचें कि हमारे नागरिकों की जान लेकर उन्होंने जंग जीत ली है। मैं आतंक फैलाने वालों से कहना चाहता हूं कि ये जंग खत्म नहीं हुई है, हर एक को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने हर चीज का कड़ा जवाब दिया है, चाहे वो नॉर्थ ईस्ट हो, वामपंथी उग्रवाद के इलाके हों या कश्मीर में आतंकवाद का साया हो। अमित शाह ने हुंकार भरते हुए कहा कि अगर कोई सोचता है कि कायराना हमला करके उसने अपनी बड़ी जीत हासिल कर ली है, तो समझ लीजिए ये नरेंद्र मोदी सरकार है, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। इस देश के हर एक इंच से आतंकवाद को उखाड़ फेंकना हमारा संकल्प है। बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा की विरासत को सम्मानित करने के लिए सड़क और प्रतिमा के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे कैलाश कॉलोनी में बोडोफा के सम्मान में प्रतिमा का अनावरण और सड़क का उद्घाटन करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा न केवल बोडो समुदाय के लिए बल्कि उन सभी छोटी जनजातियों के लिए भी महत्वपूर्ण है जिन्होंने अपनी भाषा, संस्कृति और विकास के लिए संघर्ष किया। बोडोफा की प्रतिमा न केवल बोडो समुदाय बल्कि ऐसी सभी छोटी जनजातियों का सम्मान बढ़ाती है। उन्होंने कहा कि असम बोडोलैंड के लोगों को स्वीकार करता है और बोडोलैंड असम को स्वीकार करता है। आज बोडोलैंड से बहुत सारे लोग मेरी बात सुन रहे हैं, मैं कहना चाहता हूँ कि आप सभी को किसी भी तरह की हीन भावना नहीं रखनी चाहिए। इस देश पर जितना हक मेरा है उतना ही आपका भी है। 9 महीने की विस्तृत चर्चा के बाद 2020 में बोडो समझौते पर हस्ताक्षर हुए और सभी लोग आज हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। मैं बोडोलैंड के लोगों से कहना चाहता हूँ कि हमने आपके साथ किए गए समझौते के 96% मुद्दों को सुलझा लिया है।

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बिहार चुनाव को लेकर ओवैसी का बड़ा दावा, सक्रिय रूप से लड़ेंगे, पहले से ज्यादा सीटें जीतेंगे

बिहार चुनाव को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन औवेसी ने बड़ा दावा किया है। ओवैसी ने कहा कि सक्रिय रूप से लड़ेंगे, पहले से ज्यादा सीटें जीतेंगे। ओवैसी ने कहा कि हम बिहार चुनाव लड़ेंगे। हमने बहादुरगंज से अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। 3 मई को बहादुरगंज में मेरी जनसभा है और 4 तारीख को दूसरी जगह पर। हम अच्छा लड़ेंगे और हमारे उम्मीदवार पिछली बार से भी ज़्यादा सफल होंगे और सीमांचल की जनता हमारे विधायकों को चुराने वालों को सबक सिखाएगी। ओवैसी ने आगे कहा कि जाति जनगणना होनी चाहिए ताकि पता चल सके कि कौन सी जाति विकसित है और कौन सी जाति अविकसित है। देश में सकारात्मक कार्रवाई और न्याय के लिए यह बहुत ज़रूरी है, क्योंकि आपने ओबीसी का आरक्षण सिर्फ़ 27% पर रोक दिया है, यह पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि हम भाजपा से जानना चाहेंगे कि आप इसे कब शुरू करेंगे और कब तक पूरा करेंगे। इसकी रिपोर्ट 2029 के संसदीय चुनाव से पहले आएगी या नहीं?ओवैसी ने कहा कि केरल में आरएसएस की बैठक हुई थी, उस बैठक में भी उन्होंने जाति जनगणना कराने की बात कही थी। हम जानना चाहते हैं कि सरकार जनगणना कब शुरू करेगी और कब पूरी होगी और इसका डेटा देश के सामने कब पेश किया जाएगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनगणना में जातिगत गणना को भी शामिल करने के केंद्र के फैसले का बुधवार को स्वागत करते हुए कहा कि इस निर्णय से देश में विकास को और गति मिलेगी। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्र के फैसले को समाजवादियों और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद की जीत बताया।

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ये नहीं सोचा भारत के मुसलमानों पर क्या असर पड़ेगा… पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान पर भड़के फारूक अब्दुल्ला

नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को पाकिस्तान को एक असफल राज्य करार दिया और कहा कि पाकिस्तान पर अगर उसकी सेना का नियंत्रण है तो वह भारत के साथ कोई दोस्ती नहीं होगी। अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के लोग भारत के साथ दोस्ती चाहते हैं, लेकिन देश की सेना ऐसा नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि इस स्थिति के कारण सबसे ज्यादा कश्मीरी लोग पीड़ित हैं। एनसी प्रमुख की टिप्पणी पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर दोनों देशों के बीच बिगड़ते संबंधों के मद्देनजर आई है, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई थी, जिनमें से 25 भारतीय थे।पहलगाम हमले पर बोलते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह सुरक्षा और खुफिया चूक का मामला था। उन्हें (पाकिस्तान को) यह पसंद नहीं आया कि हम अपनी ज़िंदगी बहुत अच्छी तरह जी रहे हैं। हमारे लोगों में भी दुष्प्रचार फैलाया गया। इसलिए उन्होंने (पाकिस्तान को) यह (पहलगाम हमला) किया। लेकिन उन्होंने इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि इसका भारत में मुसलमानों पर क्या असर पड़ने वाला है। पिछले 10 सालों से एक नैरेटिव चल रहा है, मुसलमानों को पूरी तरह से खत्म करने के लिए, हमारी मस्जिदों को जलाने के लिए। हम पहले से ही इससे निपट रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि अब, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने दो-राष्ट्र सिद्धांत के बारे में बोलकर उकसाया। अगर युद्ध होता है, तो यह बातचीत की मेज पर आएगा, लेकिन बातचीत की मेज पर क्या होगा, यह सिर्फ़ अल्लाह जानता है। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सरकार द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिए जाने पर जेकेएनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह कार्रवाई अच्छी नहीं है, यह मानवता के खिलाफ है। कुछ लोग पिछले 70 सालों, 25 सालों से यहां रह रहे हैं। उनके बच्चे यहां हैं, उन्होंने कभी भारत को नुकसान नहीं पहुंचाया, बल्कि उन्होंने खुद को भारत के हवाले कर दिया है।

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सीबीएसई 10वीं और 12वीं के कब आएंगे रिजल्ट, सामने आया ये लेटेस्ट अपडेट

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई ) 2025 के लिए कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं के परिणाम घोषित करने के लिए तैयार है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 2025 के लिए सीबीएसई  10वीं और 12वीं के परिणाम 8 मई से पहले घोषित होने की उम्मीद है। परिणामों की घोषणा से पहले, बोर्ड आमतौर पर तारीख तय करने के लिए परीक्षा नियंत्रक के साथ बैठक करता है। हालांकि, यह बैठक अभी तक नहीं हुई है। 2025 के लिए सीबीएसई 10वीं और 12वीं के परिणाम जारी करने की सही तारीख और समय की घोषणा नियत समय पर की जाएगी। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नज़र रखें।इस साल, 44 लाख से अधिक छात्र परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से कक्षा 10 के लिए 24.12 लाख और कक्षा 12 के लिए 17.88 लाख छात्र थे। 2025 में सीबीएसई  कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाएँ 15 फरवरी से 18 मार्च के बीच आयोजित की गई थीं। CBSE कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाएँ 15 फरवरी से 4 अप्रैल के बीच आयोजित की गई थीं। पिछले साल, परिणाम 13 मई, 2024 को घोषित किए गए थे। कक्षा 12 का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 87.98% दर्ज किया गया था, और कक्षा 10 के लिए यह 93.60% था। परिणाम घोषित होने के बाद, छात्र उपरोक्त वेबसाइटों पर जाकर सीबीएसई 10वीं और 12वीं के परिणाम डाउनलोड कर सकेंगे।

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भारत के एक्शन से पाकिस्तान में खलबली, आधी रात को आईएसआई चीफ असीम मलिक को सौंपी NSA की कमान

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद असीम मलिक को आधी रात को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। पाकिस्तान को फिलहाल पड़ोसी देश भारत द्वारा आसन्न सैन्य हमले को लेकर घबराहट में है। लेफ्टिनेंट जनरल मलिक वर्तमान में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के महानिदेशक के रूप में सेवा दे रहे हैं और वह एनएसए का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे।
वह देश के 10वें एनएसए हैं, लेकिन यह पहली बार है कि किसी सेवारत आईएसआई प्रमुख को दो प्रमुख पदों का एक साथ जिम्मा सौंपा गया है। मलिक को अक्टूबर 2024 में आईएसआई का महानिदेशक नियुक्त किया गया था। अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक एचआई (एम), डीजी (आई), तत्काल प्रभाव से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे।’’ इन वर्षों में उन्होंने सेना में विभिन्न पदों पर नेतृत्व किया है। पाक एनएसए का पद अप्रैल 2022 से खाली था, जब पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार को सत्ता से हटा दिया गया था। उस समय डॉ. मोईद यूसुफ एनएसए के रूप में कार्यरत थे।जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत के साथ तनाव बढ़ने के बीच यह नियुक्ति की गई है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। लेफ्टिनेंट जनरल मलिक ने पहले बलूचिस्तान में ‘इन्फैंट्री डिवीजन’ और वजीरिस्तान में ‘इन्फैंट्री ब्रिगेड’ की कमान संभाली थी। उन्हें ‘सॉर्ड ऑफ ऑनर’ से भी सम्मानित किया गया है। इसी बीच रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारतीय सैन्य घुसपैठ की संभावना है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हाई अलर्ट पर है और परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर तभी विचार करेगा जब उसके अस्तित्व को सीधा खतरा होगा। पहलगाम हमले के बाद भारत की सख्त प्रतिक्रिया ने पाकिस्तान के सैन्य और नागरिक नेतृत्व दोनों को बेचैन कर दिया है। जवाब में, इस्लामाबाद ने प्रमुख अंतरराष्ट्रीय राजधानियों में अधिकारियों को तैनात किया है, आतंकवादी संपत्तियों को छुपाया है और अपनी सीमा पर अपनी स्थिति मजबूत की है। प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक प्रॉक्सी समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने शुरू में पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन बाद में पाकिस्तान के रक्षा प्रतिष्ठान के दबाव में आकर उसने अपना दावा वापस ले लिया।

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रामदेव किसी के वश में नहीं हैं, वह अपनी ही दुनिया में रहते हैं, शरबत जिहाद केस में हाईकोर्ट की टिप्पणी

दिल्ली उच्च न्यायालय ने गुरुवार को योग गुरु बाबा रामदेव को हमदर्द के ‘रूह अफजा’ को निशाना बनाते हुए कथित तौर पर एक और वीडियो जारी करने के लिए फटकार लगाई। इससे पहले दिए गए निर्देशों के बावजूद, उन्होंने कथित तौर पर हमदर्द के उत्पादों को लेकर विवादास्पद “शरबत जिहाद” टिप्पणी की थी। इससे पहले अदालत ने उन्हें हमदर्द के उत्पादों को लेकर भविष्य में कोई बयान जारी नहीं करने या वीडियो साझा नहीं करने का आदेश दिया था।
योग गुरु की आलोचना करते हुए उच्च न्यायालय ने कहा कि रामदेव का किसी पर नियंत्रण नहीं है और वह अपनी ही दुनिया में रहते हैं, तथा उन्हें प्रथम दृष्टया अपने पिछले आदेश की अवमानना ​​मानते हुए पाया। न्यायमूर्ति अमित बंसल को बृहस्पतिवार को सूचित किया गया कि अदालत के 22 अप्रैल के निर्देशों के बावजूद रामदेव ने आपत्तिजनक बयान देते हुए एक वीडियो प्रसारित किया है। इसके बाद उन्होंने कहा, ‘‘पिछले आदेश के मद्देनजर, उनका हलफनामा और यह वीडियो प्रथम दृष्टया अवमानना ​​के अंतर्गत आता है। मैं अब अवमानना ​​नोटिस जारी करूंगा। हम उन्हें यहां बुला रहे हैं।’’
रामदेव के वकील ने अदालत से अनुरोध किया कि मामले की सुनवाई कुछ समय बाद की जाए, क्योंकि मामले में बहस करने वाले वकील उपलब्ध नहीं हैं। इसके बाद, अदालत ने सुनवाई कुछ समय के लिए टाल दी। ‘हमदर्द नेशनल फाउंडेशन इंडिया’ ने विवादित टिप्पणी को लेकर रामदेव और उनकी ‘पतंजलि फूड्स लिमिटेड’ के खिलाफ याचिका दायर की है। अदालत ने पिछली बार कहा था कि ‘हमदर्द’ के रूह अफ़ज़ा पर रामदेव की ‘‘शरबत जिहाद’’ वाली टिप्पणी अनुचित है और इसने उसकी अंतरात्मा को झकझोर दिया है, जिसके बाद योग गुरु ने आश्वासन दिया था कि वह संबंधित वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट तुरंत हटा देंगे।

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सामाजिक न्याय की लड़ाई में पीडीए  की जीत… जाति गणना को लेकर बोले अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया कि जाति गणना का फैसला विपक्षी ताकतों और पीडीए सामाजिक वर्गों की जीत है, उन्होंने इसे सकारात्मक लोकतांत्रिक आंदोलन का पहला चरण बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी-अभी एक निर्णय लिया है। हमें खुशी है कि सामाजिक न्याय की स्थापना की दिशा में एक कदम उठाया गया है। जाति जनगणना का निर्णय 90% पीडीए लोगों की 100% जीत है। हम सभी के संयुक्त दबाव के कारण ही भाजपा सरकार को यह निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। सामाजिक न्याय की लड़ाई में पीडीए की जीत में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। अखिलेश यादव ने एक एक्स पोस्ट में लिखा था कि जाति जनगणना का फ़ैसला 90% पीडीए की एकजुटता की 100% जीत है। हम सबके सम्मिलित दबाव से भाजपा सरकार मजबूरन ये निर्णय लेने को बाध्य हुई है। सामाजिक न्याय की लड़ाई में ये पीडीए की जीत का एक अतिमहत्वपूर्ण चरण है। भाजपा सरकार को ये चेतावनी है कि अपनी चुनावी धांधली को जाति जनगणना से दूर रखे। एक ईमानदार जनगणना ही हर जाति को अपनी-अपनी जनसंख्या के अनुपात में अपना वो अधिकार और हक़ दिलवाएगी, जिस पर अब तक वर्चस्ववादी फन मारकर बैठे थे। सपा नेता ने कहा कि ये अधिकारों के सकारात्मक लोकतांत्रिक आंदोलन का पहला चरण है और भाजपा की नकारात्मक राजनीति का अंतिम। भाजपा की प्रभुत्ववादी सोच का अंत होकर ही रहेगा। संविधान के आगे मनविधान लंबे समय तक चल भी नहीं सकता है। ये INDIA की जीत है! राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति द्वारा लिए गए फैसलों की घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जनगणना केंद्र के अधिकार क्षेत्र में आती है, लेकिन कुछ राज्यों ने सर्वेक्षण के नाम पर जातिवार जनगणना की है। मंत्री ने कहा कि आगामी अखिल भारतीय जनगणना में जातिवार गणना को पारदर्शी तरीके से शामिल करना मोदी सरकार का संकल्प है। जनगणना की प्रक्रिया अप्रैल 2020 में शुरू होनी थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसमें देर हुई है।

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अगले 20 दिनों में युद्ध स्तर पर चलेगा सफाई अभियान, मुख्यमंत्री  बोलीं- अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को स्कूलों, धार्मिक स्थलों, बाजारों में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया और कहा कि शहर में अतिक्रमण और गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी में 20 दिवसीय सघन सफाई अभियान शुरू करने की घोषणा की और कहा कि शुक्रवार से शुरू होने वाले अभियान के तहत सड़कों, सार्वजनिक स्थलों की दिन में दो बार सफाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का लक्ष्य बड़े पैमाने पर कचरा अलग-अलग करना, अतिक्रमण हटाना और शुक्रवार से शुरू होने वाले अभियान के दौरान दैनिक निगरानी और रिपोर्टिंग सुनिश्चित करना है।राज निवास में उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह घोषणा की गई, जिसमें जिला मजिस्ट्रेट, डिप्टी कमिश्नर, डीसीपी और विभाग प्रमुख शामिल हुए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले 20 दिनों में दिल्ली में हर स्तर पर व्यापक सफाई अभियान चलाया जाएगा। आज हमने सभी अधिकारियों को बुलाकर निर्देश दिए कि दिल्ली के हर कोने, हर सड़क और हर जगह पर सफाई अभियान व्यापक स्तर पर चलाया जाए। हर अधिकारी की जिम्मेदारी तय की गई है। डीसी और डीएम अपने जोन और इलाकों के लिए जिम्मेदार होंगे। अगर कहीं अतिक्रमण हुआ या सुरक्षा में कोई चूक हुई तो इसकी जिम्मेदारी डीसीपी की होगी।रेखा गुप्ता ने साफ तौर पर कहा कि सरकार अतिक्रमण और कूड़ा डंपिंग को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी। फुटपाथ, सड़क, पार्क और बाजारों से अवैध डंपिंग, अतिक्रमण, कूड़ा-कचरा और मलबा सख्ती से हटाया जाएगा। विभागों के बीच जो आरोप-प्रत्यारोप का खेल चलता था, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी अधिकारी शौचालय, नालियों और सीवर की सफाई को प्राथमिकता देंगे। सभी बाजारों, धार्मिक स्थलों, संस्थानों, मंदिरों, गुरुद्वारों, विवाह स्थलों और अन्य किसी भी स्थान पर सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को खत्म करने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं। अब अगर व्यवस्था में कोई कमी है तो उसकी जिम्मेदारी उस वरिष्ठ अधिकारी की है जो अपने पूरे क्षेत्र के लिए जिम्मेदार है।

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ऐसी शादी नहीं देखी होगी आपने, बारात लेकर अस्पताल  पहुंचा दूल्हा, बीमार दुल्हन के साथ ऐसे लिए फेरे, देखकर आंखे हो जाएंगी नम

राजगढ़ जिले के ब्यावरा शहर में बेहद ही अनोखी शादी देखने को मिली है। अक्षय तृतीया के मौके पर एक ऐसी शादी शहर ने देखी जो बेहद इमोशनल कर देगी। शादी होने से ठीक पहले किसी कारण दुल्हन की सेहत खराब हो गई। दुल्हन की तबियत इतनी खराब थी कि उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
दुल्हन शादी के मुहूर्त के समय अस्पताल में भर्ती थी। मगर परिवार ने इस मुहूर्त को व्यर्थ नहीं जाने दिया। अस्पताल में ही शादी करवाई गई। ये शादी हर व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक बन गई है।ब्यावरा के परमसिटी कॉलोनी के रहने वाले जगदीश सिंह के भांजे आदित्य सिंह की शादी कुंभराज की निवासी नंदनी से होनी थी। दोनों की शादी एक मई को अक्षय तृतीया के मौके पर कुंभराज के पास स्थित पुरषोत्तमपुरा गांव में होनी थी। शादी से पांच दिन पहले नंदनी की सेहत खराब हो गई। दुल्हन की तबियत खराब होने के बाद उसे पास के ही नर्सिंग होम में भर्ती करवाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे आराम करने की सलाह दी। ऐसे में शादी से पांच दिन पहले दुल्हन के बीमार होने से परिवार वाले भी सक्ते में आ गए।एक तरफ जहां दुल्हन की तबीयत खराब थी वहीं दूसरी तरफ शुभ मूहुर्त भी निकला जा रहा था। अस्पताल के डॉक्टर ने मीडिया को बताया कि दुल्हन नंदिनी अधिक देर तक नहीं बैठ सकती थी। ऐसे में परिवार ने उनसे सलाह लेकर अस्पताल में ही शादी करने का निर्णय लिया। शादी के दिन दूल्हा अस्पताल पहुंचा और शादी की सभी रस्में पूरी हुई। दुल्हे ने दुल्हन को उठाकर सात फेरे लिए। इस दृश्य को देखकर लोगों की आंखें भी नम हो गई।

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राहुल गांधी ने पीएम मोदी से की अपील, पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को मिले शहीद का दर्जा

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को शहीद का दर्जा देने का आग्रह किया। एक्स पर एक पोस्ट में, कांग्रेस नेता ने पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त की और मृतकों को शहीद के रूप में आधिकारिक मान्यता देने की उनकी मांग का समर्थन किया। गांधी ने एक्स पर लिखा कि मैं पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के दुख और उन्हें शहीद का दर्जा दिए जाने की उनकी मांग के साथ खड़ा हूं। प्रधानमंत्री से अनुरोध है कि इस त्रासदी में जान गंवाने वालों के परिवारों की भावनाओं का सम्मान करते हुए उन्हें यह सम्मान दें।इससे पहले बुधवार को रायबरेली से कांग्रेस सांसद ने कानपुर में पहलगाम हमले के पीड़ित के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और कहा कि वे मृतक के लिए शहीद का दर्जा चाहते हैं। कांग्रेस नेता ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, “मैंने कानपुर में एक पीड़ित के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने मुझसे नरेंद्र मोदी को संदेश भेजने के लिए कहा। उन सभी परिवारों की ओर से मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं – ‘प्रधानमंत्री जी, उन्होंने कहा है कि हमारे बच्चे शहीद हुए हैं। हम चाहते हैं कि आप उन्हें शहीद का दर्जा दें और उन्हें सम्मान दें।” गांधी ने कानपुर में शुभम द्विवेदी के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और कहा कि विपक्ष पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रहा है। उन्होंने कहा, मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि आतंकियों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। चाहे वे जहां भी हों, उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी। कांग्रेस नेता ने कहा कि आतंकियों को ढुलमुल तरीके से नहीं, बल्कि पूरी मजबूती के साथ करारा जवाब देना है, ताकि उन्हें याद रहे कि हिंदुस्तान के साथ ऐसा नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कार्रवाई करनी है। पूरा विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है। हमारा 100 प्रतिशत समर्थन सरकार के साथ है।

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राजनाथ ने अमेरिकी रक्षा मंत्री हेगसेथ से बात की

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से बात की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। समझा जाता है कि फोन पर हुई बातचीत के दौरान पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र भी हुआ। सिंह-हेगसेथ के बीच फोन पर हुई बातचीत के कुछ विवरण जल्द ही आधिकारिक रूप से जारी किए जाने की संभावना है।

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जातिगत जनगणना करवाने का फैसला सत्य और न्याय की जीत: गहलोत

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जातिगत जनगणना करवाने के केंद्र सरकार के फैसले को सत्य व न्याय की जीत बताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार को झुकना पड़ा है।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गहलोत ने एक्स पर लिखा, “हमारे नेता राहुल गांधी ने दिखाया, सच की लड़ाई कैसे लड़ी जाती है। जब मोदी सरकार और भाजपा के नेता सदन और (सदन के) बाहर सभी जगह जातिगत जनगणना का विरोध कर रहे थे तब राहुल गांधी इसके समर्थन में अडिग खड़े थे। सरकार को झुकना पड़ा। आखिर सत्य और न्याय की जीत हुई।”केंद्र सरकार ने बुधवार को एक बड़े फैसले के तहत घोषणा की कि आगामी जनगणना में जातिगत गणना को ‘पारदर्शी’ तरीके से शामिल किया जाएगा। इससे पहले बुधवार को भी गहलोत ने कहा था कि केंद्र सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि जनगणना किस तारीख से शुरू होगी, इसमें कितना वक्त लगेगा और उसके बाद क्या कदम उठाए जाएंगे।

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फंदे लटकता मिला दलित मजदूर का शव, परिवार ने लगाया हत्या का आरोप

सहारनपुर जिले में एक दलित मजदूर का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से लटका हुआ मिला। परिजन ने उसकी हत्या किये जाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सागर जैन ने बताया कि मृतक की पहचान 35 वर्षीय राजेश के रूप में हुई है और वह देवबंद थाना क्षेत्र के जरौदा जाट गांव का निवासी था तथा वह एक स्थानीय किसान के यहां दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करता था।
जैन ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार राजेश रात करीब दो बजे खेतों में ट्यूबवेल चलाने गया था और सुबह अपने खेतों की ओर जा रहे ग्रामीणों ने उसका शव पेड़ पर फांसी के फंदे से लटका हुआ देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी।उन्होंने बताया कि फोन आने के तुरंत बाद पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जैन ने बताया, परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि राजेश की हत्या की गई है और आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव को फंदे से लटका दिया गया है। हमने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।

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पार्क के इस्तेमाल को लेकर शाही ईदगाह के खिलाफ कार्रवाई न करें डीडीए : दिल्ली उच्च न्यायालय

दिल्ली उच्च न्यायालय ने पिछले साल पार्क का इस्तेमाल धार्मिक आयोजन के लिए करने के मामले में सदर बाजार क्षेत्र में स्थित शाही ईदगाह को राहत प्रदान करते हुए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) को उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया है।न्यायमूर्ति विकास महाजन ने शाही ईदगाह प्रबंध समिति की ओर से दायर याचिका पर बृहस्पतिवार को डीडीए को नोटिस जारी किया और प्राधिकरण से जवाब मांगा। उच्च न्यायालय ने डीडीए से कहा, ‘‘ 10 सितंबर को पुनः अधिसूचित करें। इस बीच, इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि वक्फ न्यायाधिकरण निष्क्रिय है, जहां याचिकाकर्ता ने मुकदमा दायर किया है, यह निर्देश दिया जाता है कि डीडीए 11 फरवरी, 2025 के अपने नोटिस के अनुरूप कोई कार्रवाई नहीं करेगा।’’याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि डीडीए के 11 फरवरी के नोटिस में दिसंबर 2024 में धार्मिक कार्यक्रम इज्तिमा (एक प्रकार का धार्मिक समागम) के आयोजन के लिए ईदगाह के आसपास के पार्क का इस्तेमाल करने के लिए 12 लाख रुपये की मांग की गई थी।वकील ने कहा कि पार्क ईदगाह परिसर का हिस्सा है और डीडीए का इस पर कोई दावा नहीं है तथा प्राधिकरण के इस दावे के खिलाफ वक्फ न्यायाधिकरण में मुकदमा दायर किया गया है।हालांकि, उन्होंने कहा कि चूंकि न्यायाधिकरण कोरम के अभाव में निष्क्रिय है, इसलिए डीडीए को कोई कदम नहीं उठाना चाहिए। डीडीए के वकील ने कहा कि उच्च न्यायालय के एकल न्यायाधीश ने वहां महारानी लक्ष्मी बाई की प्रतिमा स्थापित करने की याचिकाकर्ता की याचिका पर विचार करते हुए पार्क को डीडीए की संपत्ति बताया था। वकील ने कहा कि याचिकाकर्ता ने एकल न्यायाधीश के फैसले के खिलाफ खंडपीठ के समक्ष अपील की थी, जिसने हस्तक्षेप नहीं किया।

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ओडिशा: गंजाम जिले में ‘प्रेमी’ ने चाकू से हमला करके लड़की की हत्या की

ओडिशा के गंजाम जिले में बृहस्पतिवार को 17 वर्षीय एक लड़की की उसके घर में घुसकर कथित तौर पर उसके प्रेमी ने चाकू से हमला करके हत्या कर दी। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने कथित हत्यारे सहित दो लोगों को हिरासत में लिया है और हत्या के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ कर रही है।अधिकारी के मुताबिक, आरोपी गोपालपुर थाना क्षेत्र स्थित लड़की के घर में पूर्वाह्न करीब नौ बजे प्रवेश किया। उस समय लड़की के माता-पिता घर पर नहीं थे। उन्होंने बताया कि आरोपी की लड़की से बहस हुई जिसके बाद उसने धारदार हथियार से हमला कर दिया।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस जब मौके पर पहुंची तो बेरहामपुर स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) की छात्रा का शव खून से लथपथ पाया। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।बेरहामपुर के पुलिस अधीक्षक सरवण विवेक एम ने बताया, ‘‘हम अपराध का सही कारण जानने के लिए हिरासत में लिए गए दोनों व्यक्तियों से पूछताछ कर रहे हैं।’’ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी का पीड़िता के साथ प्रेम संबंध था।उन्होंने बताया कि पीड़िता के माता-पिता ने बेटी से रिश्ता तोड़ने के लिए कहा था लेकिन दोनों सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे से जुड़े थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह भी आरोप है कि आरोपी अक्सर लड़की के माता-पिता की अनुपस्थिति में उसके घर आता था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।

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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू ने मई दिवस की शुभकामनाएं दीं

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बृहस्पतिवार को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस (मई दिवस) पर श्रमिकों और किसानों को शुभकामनाएं दीं तथा प्रगतिशील समाज को आकार देने में उनकी भूमिका पर बल दिया।नायडू ने शोषण के खिलाफ लड़ने वाले नेताओं के बलिदान का उल्लेख किया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि श्रम और प्रौद्योगिकी मिलकर आधुनिक आर्थिक विकास को गति देते हैं।मुख्यमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह सरकार मजदूर वर्ग के साथ खड़ी है। हमने गैर-कृषि भूमि मूल्यांकन (एनएएलए) अधिनियम को निरस्त करके, मुफ्त रेत नीति लागू करके और परमिट सुधार शुरू करके निर्माण क्षेत्र को पुनर्जीवित किया है।’’नायडू ने कहा कि केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार राज्य के सभी 175 निर्वाचन क्षेत्रों में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) पार्कों की स्थापना को प्राथमिकता दे रही है और क्षेत्रों में औद्योगिक स्थापना से रोजगार पैदा होगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।

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ठाणे : रिश्वत लेने पर नगर निगम के कर्मचारी को एक वर्ष का कठोर कारावास

ठाणे नगर निगम में कार्यरत एक सहायक को 2016 के रिश्वतखोरी के एक मामले में एक वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एस.एस. शिंदे ने राजेश यशवंत जाधव पर दो हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया।मामले में शिकायतकर्ता के अनुसार, उन्होंने पानी का नया कनेक्शन लगवाने के लिए जलापूर्ति विभाग से संपर्क किया था। जाधव ने शीघ्र मंजूरी देने के लिए 10 हजार रुपये की मांग की, जिसके बाद शिकायतकर्ता ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) से संपर्क किया।एसीबी ने जाल बिछाया और जाधव को रिश्वत के तौर पर पांच हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत मामला दर्ज किया गया। अदालत ने कहा कि अभियोजन पक्ष ने आरोपी के खिलाफ सभी आरोप साबित कर दिए हैं।

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सरकार को जरांगे की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए: पंकजा मुंडे

महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार को मराठा आरक्षण आंदोलनकारी मनोज जरांगे की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए।जालना में महाराष्ट्र दिवस के आधिकारिक कार्यक्रम के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता पत्रकारों से बात कर रही थी। मराठा समुदाय को सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण दिए जाने की मांग पर जोर देने के लिए जरांगे ने 29 अगस्त से फिर नए सिरे से भूख हड़ताल शुरू करने की घोषणा की।मुंडे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘‘सरकार को जरांगे की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए। जैसा कि मैं हमेशा कहता हूं, उन्हें (मराठा समुदाय को) कानूनी दायरे में न्याय मिलना चाहिए।अगली जनगणना में जाति गणना को शामिल करने के केंद्र सरकार के फैसले के बारे में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) नेता ने कहा, ‘‘मैं नरेन्द्र मोदी सरकार को कई बार धन्यवाद और बधाई दूंगी, क्योंकि इस फैसले का लंबे समय से इंतजार था। मुझे अपने पिता दिवंगत गोपीनाथ मुंडे का एक भाषण याद है, जिसमें उन्होंने कहा था कि जाति जनगणना से समाज की सही तस्वीर सामने आएगी।

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अमेरिका भारत के साथ एकजुटता से खड़ा है… अमेरिकी रक्षा सचिव ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की बात

अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की और जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले में निर्दोष नागरिकों की दुखद क्षति के लिए अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। सचिव हेगसेथ ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ एकजुटता में खड़ा है और भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में अमेरिकी सरकार के मजबूत समर्थन को दोहराया।
बातचीत के दौरान, रक्षा मंत्री ने अमेरिकी रक्षा सचिव को बताया कि पाकिस्तान का आतंकवादी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण और वित्त पोषण करने का इतिहास रहा है। उन्होंने आगे कहा कि वैश्विक समुदाय के लिए आतंकवाद के ऐसे जघन्य कृत्यों की स्पष्ट और स्पष्ट रूप से निंदा करना और उन्हें उजागर करना महत्वपूर्ण है। इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से फोन पर अलग-अलग बातचीत की और दोनों देशों से किसी भी तनाव से बचने का आग्रह किया। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के अनुसार, जयशंकर के साथ बुधवार रात को फोन पर हुई अपनी बातचीत में रुबियो ने पहलगाम में ‘‘भयावह’’ आतंकवादी हमले में लोगों के मारे जाने पर दुख व्यक्त किया और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ सहयोग को लेकर अमेरिका की प्रतिबद्धता जताई। अमेरिकी विदेश मंत्री ने शरीफ से इस हमले की जांच में इस्लामाबाद के सहयोग का आह्वान किया। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे। बातचीत के दौरान जयशंकर ने रुबियो से कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के दोषियों, उनका साथ देने वालों और इसकी साजिश रचने वालों को निश्चित रूप से न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए। विदेश मंत्री ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘कल अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की। इसके दोषियों, उनका सहयोग करने वालों और साजिश रचने वालों को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए।’’

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इस बार घर में घुस कर बैठ जाना… असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान पर बोला तीखा हमला

एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को पहलगाम हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तान पर तीखा हमला किया और कहा कि भाजपा कहती है ‘घर में घुस के मारेंगे’। अगर आप (केंद्र सरकार) इस बार पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने जा रहे हैं, तो ‘घर में घुस के बैठ जाना’। जैसा कि मीडिया रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तानी सेना चेक पोस्ट से भाग गई है, तो भारतीय सेना को चेक पोस्ट के अंदर जाना चाहिए और वहीं बैठना चाहिए। उन्होंने कहा, “यह भारतीय संसद का संकल्प है कि पीओके हमारा है। सभी विपक्षी दल सरकार से कह रहे हैं कि आतंकवाद का खात्मा होना चाहिए।”
ओवैसी ने जाति जनगणना को जल्द लागू करने पर भी जोर दिया और जानना चाहा कि 2029 के संसदीय चुनावों से पहले रिपोर्ट उपलब्ध होगी या नहीं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत में न्याय और प्रभावी सकारात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए यह अभ्यास महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जाति जनगणना होनी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि कौन सी जाति विकसित है और कौन सी जाति अविकसित है… यह देश में सकारात्मक कार्रवाई और न्याय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आपने ओबीसी के आरक्षण को सिर्फ 27 प्रतिशत पर रोक दिया है, यह पर्याप्त नहीं है। ओवैसी ने जाति जनगणना के लिए सरकार की मंशा और समयसीमा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हम भाजपा से जानना चाहते हैं कि आप इसे कब शुरू करेंगे और कब तक पूरा करेंगे। क्या इसकी रिपोर्ट 2029 के संसदीय चुनावों से पहले आएगी या नहीं? उन्होंने फंडिंग में विसंगतियों को उजागर करते हुए कहा कि इस साल जनगणना आयुक्त कार्यालय को आवंटित बजट 575 करोड़ रुपये था, जो पीएम मोदी के 2019 के दावे के विपरीत है जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय जनगणना के लिए 8254 करोड़ रुपये की आवश्यकता बताई थी।

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पाकिस्तानी सैनिकों ने आठवें दिन भी नियंत्रण रेखा पर बिना उकसावे के गोलीबारी की, भारतीय सेना ने दिया जवाब

पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार जम्मू और कश्मीर के नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टरों को निशाना बनाते हुए बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की। 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद बढ़ते तनाव के बीच मंगलवार को भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच हॉटलाइन पर बातचीत के बावजूद गोलीबारी हुई। भारतीय सेना के जवानों ने उचित और सटीक तरीके से जवाब दिया, पाकिस्तानी आक्रमण का मापा और आनुपातिक तरीके से जवाब दिया। उकसावे के बावजूद, भारतीय बलों ने नियंत्रण बनाए रखा और प्रभावित क्षेत्रों में अग्रिम चौकियों और नागरिक आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित की।इस बीच, नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान में पंजीकृत सभी विमानों और पाकिस्तानी एयरलाइनों द्वारा संचालित विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है। भारत ने बुधवार को एयरमेन को एक नोटिस (NOTAM) जारी किया, जिसमें 30 अप्रैल से 23 मई (अनुमानित अवधि) तक सैन्य उड़ानों सहित सभी पाकिस्तानी पंजीकृत, संचालित या पट्टे पर दिए गए विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने की पुष्टि की गई। भारत और पाकिस्तान दोनों ने अब एक-दूसरे की एयरलाइनों को अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने से रोक दिया है, क्योंकि पड़ोसी देश ने छह दिन पहले ही इस कदम की घोषणा की थी।पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिया है और सरकार ने सशस्त्र बलों को क्रूर आतंकी हमले का जवाब देने के लिए पूरी तरह से परिचालन स्वतंत्रता दी है। पहलगाम में 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच बढ़ते तनाव के बीच, यह घटना नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन की लगातार आठवीं रात थी।पाकिस्तान ने उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा और बारामुल्ला जिलों में नियंत्रण रेखा पर कई चौकियों को निशाना बनाकर बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी करके संघर्ष विराम उल्लंघन शुरू किया। उल्लंघन जल्दी ही जम्मू क्षेत्र के पुंछ और अखनूर सेक्टरों तक फैल गया। मंगलवार की रात, पाकिस्तानी सैनिकों ने राजौरी जिले के सुंदरबनी और नौशेरा सेक्टरों में नियंत्रण रेखा के पास कई ठिकानों पर गोलीबारी की, बाद में जम्मू जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास परगवाल सेक्टर में गोलीबारी का विस्तार किया। 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे और एक दर्जन से ज़्यादा लोग घायल हो गए। यह 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक रहा है। हालाँकि, सरकार ने अभी तक पहलगाम में हुए आतंकी हमले में हताहतों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। आतंकी हमले के बाद, सुरक्षा बलों ने जिम्मेदार आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया। हमले के बाद से सुरक्षा बढ़ा दी गई है, इलाके से मिली तस्वीरों में आमतौर पर चहल-पहल वाले पर्यटक क्षेत्र की सड़कें सुनसान दिखाई दे रही हैं।

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सर्दियों में छह माह बंद रहने के बाद केदारनाथ धाम के कपाट खुले, मुख्यमंत्री धामी भी हुए शामिल

भारतीय मौसम विभाग ने गुरुवार को उत्तराखंड के कई इलाकों में चारधाम यात्रा के दौरान ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं की चेतावनी भी दी है। इसी बीच सर्दियों में छह माह बंद रहने के बाद शुक्रवार सुबह केदारनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए फिर खोल दिए गए। रुद्रप्रयाग जिले में ग्यारह हजार फुट से अधिक की उंचाई पर स्थित ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग के कपाट खुलने के मौके पर मंदिर प्रांगण में हजारों श्रद्धालुओं के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। ठंड के बावजूद अपार उत्साह से भरे श्रद्धालु ‘बम-बम भोले’ और ‘जय बाबा केदार’ के जयकारे लगा रहे थे। इस मौके पर भगवान शिव के धाम को देश-विदेश से मंगाए गए विभिन्न प्रकार के 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। तीस अप्रैल को अक्षय तृतीया के पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे। उत्तराखंड के चार धामों में शामिल बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार को खुलेंगे और इसी के साथ इस वर्ष की चारधाम यात्रा की पूरी तरीके से विधिवत शुरुआत हो जाएगी। हर साल सर्दियों में भीषण ठंड के कारण चारों धामों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं जो अगले साल अप्रैल-मई में दोबारा श्रद्धालुओं के लिए खोले जाते हैं। मंदिर के कपाट छह महीने के लिए खुले रहते हैं और इस दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु इन धामों के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। पिछले साल करीब 48 लाख श्रद्धालु हिमालयी धामों में पहुंचे।इस बीच, धरती पर भगवान विष्णु का निवास माने जाने वाले बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को सुबह 6 बजे खोले जाएंगे। इससे पहले आज सीएम धामी ने पवित्र तीर्थस्थलों पर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने तीर्थयात्रियों की सुरक्षित और सुखद यात्रा की कामना की और उम्मीद जताई कि पिछले वर्षों की तरह यह आयोजन भी हर्षोल्लास और उत्साह के साथ संपन्न होगा।

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दिल्ली के नजफगढ़ में बारिश से मकान ढहने से चार लोगों की मौत

राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार सुबह भारी बारिश के कारण नजफगढ़ इलाके में एक मकान के ढहने से तीन बच्चों और एक महिला की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।दिल्ली अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें सुबह पांच बजकर 25 मिनट पर नजफगढ़ के खड़खड़ी नहर गांव में मकान ढहने की सूचना मिली। हमने मौके पर कई टीम तैनात कीं और मलबे से चार लोगों को निकाला।’’अधिकारी ने बताया कि इन लोगों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हमने मामले की जानकारी पुलिस को दे दी है।

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दिल्ली में भारी बारिश, खराब मौसम के कारण विमान परिचालन में देरी

राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार सुबह भारी बारिश हुई जिसके कारण इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानों का परिचालन प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।मौसम के अचानक बदलने के कारण भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। दिल्ली के कई हिस्सों में जलजमाव और पेड़ उखड़ने की सूचना मिली है।हवाई अड्डे का संचालन करने वाली कंपनी ‘दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड’ (डीआईएएल) ने कहा कि खराब मौसम के कारण कुछ उड़ानें प्रभावित हुईं। ‘एअर इंडिया’ ने कहा कि प्रतिकूल मौसम के कारण उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में विमानों का परिचालन प्रभावित हुआ।

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