कानपुर: कैंसर जितना खतरनाक है, उसका इलाज भी उतना दर्दनाक है..। एक साल से झेलते हुए थक गया हूं..इसलिए जान दे रहा हूं। कुछ इस तरह का सुसाइड नोट लिखकर चकेरी थाना क्षेत्र का कोयलानगर निवासी 38 वर्षीय अजय यादव ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। भारतीय खाद्य निगम से सेवानिवृत्त पिता राम लखन यादव ने बताया कि अजय को एक साल से गले का कैंसर था।
डॉक्टरों से इलाज करा-कराकर परेशान हो गया था। शुक्रवार शाम वह बिना बताए घर से चला गया। कुछ देर बाद चकेरी पुलिस का फोन पहुंचा, तब बेटे के खुदकुशी करने की जानकारी हुई। बताया छोटे बेटे विजय और पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। इस घटना से वह पूरी तरह से अकेले पड़ गए हैं।
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