कोरोना से पहली मौत, राज्य में एक्टिव केसों की बढ़ी संख्या

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़

रिपोर्ट

बिहार: एक बार फिर से कोरोना से मौत का सिलसिला शुरू हो गया है. इस वर्ष की कोरोना से पहली मौत का मामला गया जिले से सामने आया है. यहां एक महिला की मौत हुई है जिसे लेकर कहा गया है कि महिला कोरोना से ग्रसित थी. उसे शुक्रवार को ही गया के मगध मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया गया था. बाद में उसने दम तोड़ दिया. पीड़ित महिला के बारे में कहा जा रहा है कि वह हार्ट की परेशानी से जूझ रही थी.वहीं राज्य में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या भी हर दिन बढने लगी है.

हालांकि फ़िलहाल राज्य में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 76 है, इसमें पिछले 24 घंटे के दौरान ही 20 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले है. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि सभी एहतियात बरते जा रहे हैं. राज्य में टेस्टिंग की पूरी व्यवस्था है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक दिन पहले ही कहा था कि कोरोना की प्रतिदिन की रिपोर्ट मेरे पास आती है। बिहार में अभी भी कोरोना को लेकर टेस्टिंग प्रतिदिन हो रही है। देश में 10 लाख की आबादी पर कोरोना की औसत जांच 6 लाख के करीब है जबकि बिहार का 8 लाख से ज्यादा है।

बिहार में निरंतर काफी जांच की जाती है।उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कोई मामले सामने नहीं आने के बावजूद कोरोना की जांच लगातार होती रहती है। सभी जगहों पर कोरोना की जांच कराते रहने का हमने पहले से ही निर्देश दिया हुआ है। इधर कोरोना संक्रमण पटना समेत कई जिलों में बढने लगा है। इसको लेकर सभी को अलर्ट रहना है। बिहार में कोरोना संक्रमण के कारण दो लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इसको लेकर सरकार की पूरी तैयारी है। किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि बिहार में एक सप्ताह पहले तक कोरोना की वैक्सीन लोगों को लगाई जा रही थी।

अभी वैक्सीन खत्म हो गया है जिसके कारण वैक्सीनेशन नहीं हो रहा है। केंद्र सरकार को चाहिए कि वो जल्दी से जल्दी वैक्सीन उपलब्ध कराये ताकि वैक्सीनेशन भी चलता रहे। जितना जल्द वैक्सीन उपलब्ध होगा उतना ही अच्छा होगा। वर्ष 2020 में कोरोना के शुरू से लेकर आजतक की कोरोना की प्रतिदिन की रिपोर्ट मेरे पास है। कोरोना से मृत्यु होने पर उनके आश्रितों को बिहार सरकार 4 लाख रुपये देती है।

 सूत्रों के अनुसार 31 मार्च के बाद से पटना समेत राज्य के किसी केंद्र पर वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. केंद्र सरकार से इसकी मांग की गई है. इसी महीने आने की उम्मीद है. वहीं बूस्टर डोज को लेकर भी फ़िलहाल उपलब्धता नहीं है. हालांकि केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि सभी राज्यों को डोज उनकी मांग के अनुरूप उपलब्ध करा दी जाएगी. बिहार स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जो लोग टीका लेने आ रहे हैं, उनका नाम और फोन नंबर दर्ज किया जा रहा है. टीका आने पर उन्हें बुलाकर दिया जाएगा.

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