पिछले 150 दिनों से आंदोलनरत अधिकारी एवं कर्मचारियों की रांची सांसद श्री संजय सेठ,भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय जायसवाल के नेतृत्व मे एचईसी को सुचारु रूप से चलाने एवं लंबित वेतन भुगतान हेतु निदेशक(विपणन) के कार्यालय मे शनिवार की दोपहर 1 बजे बैठक हुई। बैठक मे निदेशक(विपणन) एवं निदेशक(वित्त) से श्री सेठ ने फोनिक बात कर 2 माह का वेतन भुगतान करने का आग्रह किया। काफी जद्दोजहद के बाद प्रबंधन ने दो माह का वेतन देने पर सहमति प्रकट की।साथ ही निदेशक विपणन ने सांसद महोदय की उपस्थिति में अधिकारियों एवं कर्मचारियों से एचईसी मुख्यालय पर लगे बैनर को हटाने का आग्रह किया। जिसे सभी ने स्वीकार करते हुए एचईसी आंदोलन के बैनर को हटा लिया एवं आंदोलन को समाप्त करने का निर्णय लिया गया।
वही सांसद संजय सेठ ने कहा कि आने वाले समय मे एचईसी को बेहतर स्थिति मे लाने का पूरा प्रयास करूँगा।निदेशक विपणन ने आश्वासन दिया कि एचईसी का काम सुचारू रूप से चला एवं स्थिति ठीक रहा तो वेतन को आने वाले दिनों में नियमित किया जा सकता हैं।
एचईसी ऑफ़िसर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी में अध्यक्ष प्रेम शंकर पासवान,उपाध्यक्ष खेत्रों मोहन टुडू महासचिव पूर्णेंदु दत्त मिश्रा, संयुक्त सचिव रोशन कुमार,अमित कुमार मिश्रा,सुभाष चंद्रा,शशि कुमार,कोषाध्यक्ष रंजन कुमार नायक,उपकोषाध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद, महेश विक्रम श्रीवास्तव,धर्मेंद्र कुमार एवं बीएमएस के महामंत्री रामाशंकर प्रसाद, विकास तिवारी,उदय शंकर व अन्य मौक़े पर मौजूद रहे।
वर्तमान समय में एचईसी की आर्थिक स्थिति किसी परिचय का मोहताज नहीं है, एचईसी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने एचईसी के हित में विपरीत परिस्थितियों में भी सब्र का परिचय दिया।इन पर गाड़ियाँ भी चढ़ाई गई, एचईसी के बैनर को अपमानित किया गया, मशाल, कैंडल,पैदल मार्च निकाला गया,चाय-पकौड़े और गन्ना जूस बेचकर विरोध प्रदर्शन भी किया गया।राँची से लेकर दिल्ली तक दौड़ भी लगाई, अपने अथक प्रयासो से भारी उद्योग मंत्रालय के मंत्री एवं उच्च अधिकारियों से मुलाक़ात भी की।
आंदोलन का सकारात्मक पहलू ये भी रहा कि 2 निदेशकों को एचईसी को सुचारू रूप से चलाने के लिए राँची में ही प्रतिनियुक्त किया गया एवं 2 निदेशकों को अतिरिक्त प्रभार देकर प्रतिनियुक्त किया गया।
अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सांसद संजय सेठ,भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय जायसवाल एवं एचईसी के सभी निदेशको को उपर्युक्त कार्यो के लिये आभार व्यक्त किया।
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