दिया कभी नशा ना करने का संदेश।
दुर्लभ रोग दिवस पर लीवर सिरोसिस जैसी असाध्य बीमारी हेतु जागरूकता कार्यक्रम
राष्ट्रिय जजमेंट न्यूज़
भारत समृद्धि संस्था के तत्वाधान मे ग्राम प्रधान टिकरा रामखेलावन व शिक्षिका ,समाजसेविका रीना त्रिपाठी ने नशा मुक्त जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया।
भारत समृद्धि संस्था के महामंत्री धीरज उपाध्याय ने मुख्य अतिथि व सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए नशे के दुष्प्रभावों से समाज को बचाने हेतु संगोष्ठी का आवाहन करते हुए सभी को अपना मत और विचार रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा समाज से सभी प्रकार के दुर्लभ रोग तभी खत्म हो सकते हैं जब हम नशे को प्रत्येक घर से बाहर करें और हिंदुस्तान नशा मुक्त बनाएं।
मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए माननीय कौशल किशोर (आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री भारत सरकार) ने उपस्थित सभी बच्चों को असाध्य रोगों के बारे में बताया और कहा कि यदि शरीर के अंदर स्वस्थ अंग रहेंगे, हमारा खान-पान शुद्ध होगा तो शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग लीवर जो कि खून की शुद्धिकरण के लिए जाना जाता है
स्वस्थ रहेगा। ज्यादातर लोग जो नशा करते हैं उनके लीवर से ही शराब का पाचन होता है ज्यादा शराब पीने के कारण लीवर में उसकी कोशिकाएं मरने लगती हैं और लीवर सिरोसिस रोग हो जाता है। यदि एक बार यह रोग हो गया तो उसकी चपेट से मरीज को निकाल पाना बड़ा मुश्किल होता है। मेरा बेटा आकाश किशोर उर्फ जेबी शराब का नशा करता था जिसके कारण उसे लिवर सिरोसिस रोग हो गया। मेरी पत्नी जय देवी विधायक है और मैं सांसद हम दोनों मिलकर भी अपने बेटे का अच्छा से अच्छा इलाज कराने के बावजूद नहीं बचा पाए।
आज उसकी पत्नी विधवा है और एक छोटा बच्चा अपने पिता के बिना जीवन जीने को मजबूर है, इन सब का मुख्य कारण नशा है। उपस्थित सभी बच्चे और बच्चियां यह संकल्प लें कि वह अपने जीवन में कभी नशा नहीं करेंगे ।उपस्थित माताएं और बहनें यदि इस संकल्प के साथ अपने बच्चों का पालन पोषण करें कि नशा किए हुए व्यक्ति को घर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा और एक अनुशासन कायम किया जाए तो निश्चित रूप से समाज सुधरेगा। भयंकर से भयंकर असाध्य रोगों को आत्म संयम और अनुशासन के द्वारा, सही खानपान से रोका जा सकता है।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर बोलते हुए डॉ निरुपमा मिश्रा , गाइनेकोलॉजिस्ट, और बाल रोग विशेषज्ञ, उन्होंने बताया कि बच्चे और बड़े यदि समय से सोए और समय से उठे तथा अपनी दिनचर्या को स्वस्थ और पोषक तत्वों से पूर्ण नाश्ते के साथ शुरू करें ,योगा करें, ध्यान लगाएं तो निश्चित रूप से बहुत सी असाध्य बीमारियों से बचा जा सकता है। लीवर बहुत ही मजबूत परंतु संवेदनशील अंग होता है यदि एक बार उसमें कोई खराबी आ जाती है और वह फैटी लीवर में तब्दील होने लगता है तो दवाओं के द्वारा और अनुशासन से बीमारी को रोका तो जा सकता है परंतु पहले यह कोशिश की जाए कि किसी भी बुरी
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