चार लोगों की भूख मिटाने वाला भगवान की नज़रों में धर्मात्मा होता है – पूज्य श्री इंद्रेश कौशिक जी महाराज

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़

रिपोर्ट बद्री विशाल तिवारी
अयोध्या
चार श्लोक बोलने वाला धर्मात्मा नहीं होता है लेकिन चार लोगो की भूख मिटाने वाला भगवान की नजरो में धर्मात्मा होता है । उक्त प्रवचन रविवार को सुल्तानपुर के धर्मदासपुर में आयोजित भव्य श्रीमद भागवत कथा में कामाख्या धाम से पहुंचे धाम के महंत युवा कथा व्यास पूज्य इंद्रेश कौशिक जी महाराज ने दिया। पूज्य महाराज जी ने कहा जिस घर के बाहर भागवत का एक श्लोक भी लिखा हो और उस घर के लोग नित्य उसका पठन करते हो या उस श्लोक को मात्र प्रणाम करते हो तो इस बात में कोई संदेह नहीं की भगवान वहां निवास करते है। और ये हमारा दुर्भाग्य है कि इतने अनमोल ग्रंथों का, शास्त्रों का त्याग करके हम गलत किताबें पढ़ते है। गंदे सीरियल्स, मूवीज देखते है जिससे समाज में क्राइम बढ़ रहा है। हमारे विचार दूषित हो रहे है।
गंदे सीरियल्स और मूवीज बनाने वाले हमारे हीरो नहीं है। हमारे हीरो तो बॉर्डर पर खड़े होकर हमारी रक्षा करने वाले है। असली हीरो वो है जिन्होंने हमें आज़ाद करने के लिए अपने आप को फांसी के फंदे पर लटका दिया। और सच्चे हीरो वो हैं जिन्होंने जीवन कैसे जीना चाहिए ऐसे संस्कार देने के लिए अनेकों ग्रन्थ हमें प्रदान किये है।
जो सत्य बोले, सत कर्म करे, बड़ों का कभी अपमान न करें, अपने आत्मकल्याण के बारे में चिंतित रहे वही मनुष्य धर्मात्मा है। अपने द्वारा किसी को कष्ट न पहुंचाए बल्कि अपने द्वारा किसी को मुस्कुराने का अवसर दे सके वो धर्मात्मा है। चार श्लोक बोलने वाला धर्मात्मा नहीं होता है लेकिन चार लोगों की भूख मिटाने वाला भगवान की नज़रों में धर्मात्मा होता है।

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